कोलकाता (अजय विद्यार्थी) : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव और पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव राष्ट्रपति शासन में होना चाहिए. ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री रहते राज्य में निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में कोई भी फैसला राज्यपाल व चुनाव आयोग को लेना है. श्री विजयवर्गीय ने कहा कि राष्ट्रपति ने राज्यपाल से इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती है कि राज्य में निष्पक्ष चुनाव हों. राज्य में राजनीतिक हिंसा के मद्देनजर श्री विजयवर्गीय के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल पिछले दिनों राष्ट्रपति से मिला था. उन्होंने बंगाल में राज्य की बिगड़ी कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की थी. इससे पहले श्री विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ‘करेंगे या मरेंगे’ के स्लोगन पर की आलोचना करते हुए उन पर हमला किया. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से बंगाल में राजनीतिक हिंसा हो रही है.
श्री विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी हिंसा में विश्वास करती हैं. राज्य में अगले चुनावों का आधार होगा कि बंगाल के लोग हिंसा चाहते हैं या इससे छुटकारा पायेंगे. श्री विजयवर्गीय शनिवार को हेमताबाद के दिवंगत विधायक देवेंद्रनाथ राय के घर गये और श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए. उनके परिजनों से मुलाकात कर उन्हें विश्वास दिलाया कि उनकी शहादत बेकार नहीं जायेगी. हत्यारों को राज्य की जनता सजा देगी.
श्री विजयवर्गीय ने कहा, ‘हम बंगाल में हिंसा को रोकेंगे. हम स्वच्छ राजनीति के पक्ष में हैं.’ उन्होंने विश्वास के साथ कहा कि राज्य में अगली सरकार भाजपा की ही बनेगी. कहा कि उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी, जो तृणमूल कांग्रेस के साथ मिलकर भाजपा नेताओं की हत्या कर रहे हैं और हत्या को आत्महत्या करार दे रहे हैं.
ममता बनर्जी द्वारा जेइइ व नीट परीक्षा का विरोध करने पर श्री विजयवर्गीय ने कहा, ‘ममता जी ने छात्रों को अच्छी तरह से नहीं समझा है. बंगाल शिक्षा में आगे था, वह अब पिछड़ रहा है, क्योंकि वर्तमान सरकार को शिक्षा, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की कोई इच्छा नहीं है. वे सिर्फ राजनीति करना चाहती हैं.’ उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत छात्र चाहते हैं कि परीक्षा हो.
श्री विजयवर्गीय ने कहा, ‘ओड़िशा में भाजपा की सरकार नहीं है, लेकिन सरकार परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने और पहुंचाने की व्यवस्था कर रही है. लेकिन, बंगाल की सरकार ऐसा नहीं कर पा रही है. मुख्यमंत्री को बंगाल के छात्रों की कोई चिंता नहीं है.’ कोरोना से हो रही मृत्यु के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराया.
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श्री विजयवर्गीय ने कहा, ‘मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तब लॉकडाउन नहीं किया, जब इसकी जरूरत थी. उन्होंने उस समय राजनीति की थी. नतीजतन, कोरोना राज्य में नियंत्रण से बाहर हो गया है.’
Posted By : Mithilesh Jha