विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और चुनाव की तिथि भी घोषित हो चुकी है. चुनाव की तैयारियों के बीच एक बार फिर मामता सरकार को झटका लग गया है. आसनसोल के पूर्व मेयर और तृणमूल कांग्रेस के दिग्ग्ज नेता जितेंद्र तिवारी भाजपा में शामिल हो गये हैं.
मंगलवार को हुगली जिला के बैद्यबाटी में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष की एक जनसभा में जितेंद्तेंर तिवारी ने भाजपा की सदस्यता ले ली. कुछ महीने पहले केएमसी के प्रशासक फिरहाद हकीम के साथ विवाद के बाद जितेंद्र तिवारी ने तृणमूल से इस्तीफा दिया था. बाद में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हस्तक्षेप के बाद श्री तिवारी ने पार्टी में बने रहने का फैसला किया था.
हालांकि उस दौरान खबरें सामने आयी थी कि आसनसोल के सांसद बाबुल सुप्रियो ने जितेंद्र तिवारी के भाजपा में शामिल होने को लेकर आपत्ति जतायी थी, जिसके बाद फिर से जितेंद्र तिवारी को तृणमूल में ही रहने के लिए बाध्य होना पड़ा था. आसनसोल में जितेंद्र तिवारी की अच्छी साख है. हिंदी बहुल क्षेत्र होने के कारण जितेंद्र तिवारी के होने का तृणमूल को काफी फायदा मिलता रहा है. अब उम्मीद जतायी जा रही है कि आसनसोल में तृणमूल की जड़ें कमजोर होंगी.
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जितेंद्र के तृणमूल छोड़कर भाजपा में जाने को पार्टी ने तवज्जो नहीं दी. कहा कि लोग तृणमूल छोड़कर भाजपा में जा रहे हैं. कुछ लोग लौट भी रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग भाजपा में जा रहे हैं, चुनाव के बाद अंगूठा चूसेंगे.
Posted By : Avinish kumar mishra