ISL जीतने पर मोहनबागान को ममता बनर्जी ने दिये 50 लाख, कहा- बंगाल ने देश को रास्ता दिखाया है, आगे भी दिखायेगा
मोहनबागान के खिलाड़ियों व स्टाफ के अभिनंदन समारोह में पहुंचीं मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पिछले वर्ष भी यहां आयी थीं. क्लब को सुंदर तरीके से बनाया गया है. क्लब के समर्थकों को मिठाई खिलाने व क्लब के विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से 50 लाख रुपये दिये जा रहे हैं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इंडियन सुपर लीग जीतने पर सोमवार को मोहनबागान क्लब को पुरस्कृत किया. क्लब में पहुंचकर मुख्यमंत्री ने मोहनबागान के विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से 50 लाख रुपये देने की घोषणा की. पिछले साल भी मोहनबागान क्लब के विकास के लिए मुख्यमंत्री ने 50 लाख रुपये दिये थे.
मोहनबागान के खिलाड़ियों व स्टाफ के अभिनंदन समारोह में पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह पिछले वर्ष भी यहां आयी थीं. क्लब को सुंदर तरीके से बनाया गया है. क्लब के समर्थकों को मिठाई खिलाने व क्लब के विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से 50 लाख रुपये दिये जा रहे हैं.
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इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समूचे देश के सामने बंगाल का चेहरा मोहनबागान ने उज्ज्वल किया है. उन्होंने कहा कि बंगाल ही रास्ता दिखाता है और बंगाल ही रास्ता दिखायेगा. सुश्री बनर्जी ने कहा : आबार खेला होबे (हम फिर से खेल खेलेंगे). साथ ही उन्होंने कहा कि बंगाल देश को राह दिखाता रहेगा. उनकी 2021 के विधानसभा चुनाव के लिए तृणमूल के नारे से जुड़ी इस टिप्पणी को 2024 के लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है.
उन्होंने कहा : हमें गर्व है कि बंगाल का एक फुटबॉल क्लब देश में शीर्ष पर रहा है. बंगाल जो आज सोचता है, भारत वह कल सोचता है, मोहनबागान ने एक बार फिर यह कर दिखाया है. मोहन बागान की जीत इसकी पुन: पुष्टि करती है कि बंगाल को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. बंगाल राह दिखाता है और बंगाल दुनिया पर जीत हासिल करेगा.
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सुश्री बनर्जी ने उत्साहित भीड़ से कहा, ‘मेरा मानना है – खेला होयेछे, खेला होबे, आबार खेला होबे (खेल हुआ और खेल फिर से होगा). मैं चाहती हूं कि आप फिर से जीते.’ गौरतलब है कि एटीके मोहन बागान ने शनिवार को कड़े मुकाबले में बेंगलुरु एफसी को पैनल्टी शूटआउट में 4-3 से हराकर आइएसएल का अपना पहला खिताब जीता.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह खुद भी चाहती थीं कि मोहनबागान के नाम की शुरुआत में ‘एटीके’ हट जाये. उन्होंने कहा कि यह सुनने में अच्छा नहीं लगता. मोहनबागान तो मोहनबागान है. यह आवेग है. बंगाल आज भारत श्रेष्ठ बना है. मोहनबागान भारत श्रेष्ठ हुआ है. हम सभी गौरवान्वित हैं.
मुख्यमंत्री ने अपने परिवार के साथ फुटबॉल के जुड़ाव के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि बचपन में वह देखती थीं कि मोहनबागान का मैच होने पर उनकी मां पूजा करती थीं. उनके बड़े भाई भी मोहनबागान समर्थक हैं.
यहां तक कि उनके पिता कालीघाट मिलन संघ के पूर्व अध्यक्ष थे. माता-पिता-भाई से ही फुटबॉल के प्रति उनकी दिलचस्पी बढ़ी. मुख्यमंत्री ने मंच से दर्शकों की ओर फुटबॉल भी फेंका. कार्यक्रम में राज्य के खेल मंत्री अरूप विश्वास और क्लब के अध्यक्ष स्वप्न साधन बोस भी मौजूद थे.