Bengal Chunav 2021: सिंगूर में वहीं कृषि औद्योगिक पार्क बनायेंगी ममता बनर्जी, जहां टाटा के नैनो संयंत्र का किया था विरोध

पश्चिम बंगाल के सिंगूर में ममता बनर्जी ने उसी जगह पर कृषि औद्योगिक पार्क की स्थापना करने की घोषणा की है, जहां कभी उन्होंने टाटा के नैनो कार के संयंत्र का विरोध किया था. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा है कि कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए हुगली जिले के सिंगूर में एक कृषि औद्योगिक पार्क की स्थापना की जायेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 25, 2020 1:39 PM

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के सिंगूर में ममता बनर्जी ने उसी जगह पर कृषि औद्योगिक पार्क की स्थापना करने की घोषणा की है, जहां कभी उन्होंने टाटा के नैनो कार के संयंत्र का विरोध किया था. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा है कि कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए हुगली जिले के सिंगूर में एक कृषि औद्योगिक पार्क की स्थापना की जायेगी.

ममता बनर्जी ने घोषणा की कि पूर्व मेदिनीपुर जिले के ताजपुर में भावी बंदरगाह के लिए जल्द ही अधिसूचना जारी की जायेगी. यह बंदरगाह 15,000 करोड़ रुपये के कुल निवेश को आकर्षित करेगा और राज्य में 25,000 लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगा.

राज्य सचिवालय में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंगूर में पश्चिम बंगाल लघु उद्योग विकास निगम द्वारा 11 एकड़ में एक कृषि औद्योगिक पार्क विकसित किया जा रहा है, जहां इच्छुक उद्योगपतियों को 10 से लेकर 40 कट्ठा (भूमि नापने की इकाई) तक के प्लॉट मिल सकते हैं.

Also Read: विश्व भारती शताब्दी समारोह के ‘बहिष्कार’ पर BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बंगाल की TMC चीफ ममता बनर्जी पर साधा निशाना

उन्होंने कहा, ‘सिंगूर की उपजाऊ भूमि पर कृषि उद्योग हो सकता है.’ ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में हासीमारा और पानागढ़ में औद्योगिक पार्क भी बनने जा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘पानागढ़ में हम 800 एकड़ में औद्योगिक पार्क की स्थापना कर रहे हैं. हमने किसानों से एक इंच जमीन भी अधिग्रहीत नहीं की है. यह सभी उपलब्ध भूमि पर बना रहा है.’

Also Read: कोरोना काल में मकर संक्रांति पर 150 रुपये में घर बैठे करें गंगा सागर स्नान, 25 ड्रोन एवं 1000 कैमरों से होगी सागर मेला 2021 की निगरानी
तीन-चार महीने बाद ही होने हैं बंगाल में चुनाव

तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस कदम को उनकी ओर से पश्चिम बंगाल चुनाव 2021 से पहले वोटरों को आकर्षित करने का एक हथकंडा बताया जा रहा है. ज्ञात हो कि बंगाल में तीन-चार महीने बाद ही विधासनभा चुनाव होने जा रहे हैं. ममता बनर्जी को सत्ता से बेदखल करने के लिए भाजपा लगातार घेर रही है और तृणमूल सुप्रीमो अपनी उपलब्धियों का बखान करते हुए फिर से सत्ता पर काबिज होने की कोशिशों में जुटी हैं.

Also Read: West Bengal Election 2021: बंगाल की अस्मिता, संस्कृति और संस्कार को बचाने की लड़ाई, बोले कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद

Posted By : Mithilesh Jha

Next Article

Exit mobile version