ममता हुईं अपमानित! कहा- प्रधानमंत्री की बैठक में मुख्यमंत्रियों को कठपुतली की तरह बैठाया गया

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने गुरुवार का कहा कि वह कोरोना (Corona) को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की बैठक में अपमानित महसूस कर रही थीं. उन्होंने इस बैठक को सुपर फ्लॉक करार देते हुए कहा कि बैठक में मुख्यमंत्रियों को कठपुतली (Puppet) की तरह बैठाया गया था. किसी को कुछ बोलने का एक भी मौका नहीं दिया गया. बता दें कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच प्रधानमंत्री ने गुरुवार को राज्य के मुख्यमंत्रियों और जिलाधिकारियों के साथ एक वर्चुअल बैठक की थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 21, 2021 9:14 AM

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने गुरुवार का कहा कि वह कोरोना (Corona) को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की बैठक में अपमानित महसूस कर रही थीं. उन्होंने इस बैठक को सुपर फ्लॉक करार देते हुए कहा कि बैठक में मुख्यमंत्रियों को कठपुतली (Puppet) की तरह बैठाया गया था. किसी को कुछ बोलने का एक भी मौका नहीं दिया गया. बता दें कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच प्रधानमंत्री ने गुरुवार को राज्य के मुख्यमंत्रियों और जिलाधिकारियों के साथ एक वर्चुअल बैठक की थी.

ममता ने कहा कि उन्हें और कुछ अन्य राज्य के मुख्यमंत्रियों को बैठक के दौरान बोलने नहीं दिया गया, यह काफी अपमानजनक है. जबकि भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बोलने का मौका दिया गया था. उन्होंने कहा कि हम कोई कठपुतली या बंधुआ मजदूर नहीं है. यह एक बेतरतीब बैठक थी. यह देश के संघीय ठांचे को नुकसान पहुंचाने की कोशिश थी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक जिलाधिकारियों और कुछ अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श के लिए बुलायी गयी थी. इसी में महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बंगाल, झारखंड सहित कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया गया था. इस बैठक के बाद ही ममता ने आरोप लगाया कि उन्हें बैठक में बोलने नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री में असुरक्षा की भावना इतनी ज्यादा है कि उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी.

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ममता बनर्जी ने दावा किया कि पीएम मोदी ने ना तो यह पूछा कि बंगाल सरकार कोरोनावायरस के इस हालात से कैसे लड़ रही है और न ही उन्होंने यह जानने का प्रयास किया राज्य में कोरोना वैक्सीन की क्या स्थिति है और ऑक्सीजन के भंडार के बारे में भी जानकारी लेना उचित नहीं समझा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने ब्लैक फंगस के मामलों पर भी कोई चर्चा नहीं कि जबकि राज्य में ऐसे चार मामले आ चुके हैं. हमें कुछ बोलने दिया जाता, तब तो हम बताते.

हालांकि ममता के इस आरोप के बाद भाजपा ने भी उनपर जोरदार हमला बोला है. शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि ममता ने महामारी पर एक अहम बैठक को राजनीतिक रंग दे दिया, जो उनकी पुरानी आदत है. अधिकारी ने कहा कि पहले भी ममता प्रधानमंत्री की कई महत्वपूर्ण बैठकों में शामिल नहीं हुई हैं. अब वह इस अहम बैठक की आड़ में प्रधानमंत्री पर निशाना साधने का प्रयास कर रही हैं.

Posted By: Amlesh Nandan.

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