Loading election data...

Bengal Election 2021 : TMC को हाईजैक का लग चुका है आरोप, अब चुनाव से पहले ममता बनर्जी की बढ़ा रहे टेंशन? जानिए सांसद अभिषेक बनर्जी के बारे में

Mamata Banerjee in west bengal election 2021 : बंगाल में विधानसभा चुनाव 2021 से पहले ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी एक बार फिर चर्चा में है. 2011 से राजनीतिक को करियर के रूप में शुरूआत करने वाले अभिषेक बनर्जी विपक्ष के निशाने पर भी लगातार रहते हैं. बीते दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को कोलकाता की एक कोर्ट से अभिषेक बनर्जी की ही मानहानि याचिका पर समन जारी किया गया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 23, 2021 9:34 PM

Bengal election 2021 : बंगाल में विधानसभा चुनाव 2021 से पहले ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी एक बार फिर चर्चा में है. 2011 से राजनीतिक को करियर के रूप में शुरूआत करने वाले अभिषेक बनर्जी विपक्ष के निशाने पर भी लगातार रहते हैं. बीते दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को कोलकाता की एक कोर्ट से अभिषेक बनर्जी की ही मानहानि याचिका पर समन जारी किया गया था.

बंगाल की सियासी गलियारों की चर्चा की मानें तो तृणमूल कांग्रेस में अब तक जो भी बड़ी टूट हुई है, या बड़े नेता पार्टी से बाहर गए हैं, उन सबने इसके लिए अभिषेक बनर्जी को ही जिम्मेदार ठहराया. वहींं बीते दिनों पार्टी के दिग्गज नेता रहे शुवेंदु अधिकारी ने तो अभिषेक पर TMC को हाईजैक करने का भी आरोप लगा दिया.

मुकुल, दिनेश और शुवेंदु गए बाहर- बता दें कि एक वक्त ममता बनर्जी के करीबी रहे मुकुल रॉय, शुवेंदु अधिकारी, दिनेश त्रिवेदी और अर्जुन सिंह जैसे नेता अब पार्टी से बाहर हो चुके हैं. बताया जा रहा है कि इन नेताओं के बाहर होने के कारण ही बंगाल में तृणमूल और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर हो गई है.

Also Read: Bengal Chunav 2021 : बंगाल में आकर ममता की पार्टी का पोस्टर फाड़ रहे थे बिहार के दो युवक, TMC नेताओं ने कर दी पिटाई

अब चुनाव से पहले सीबीआई का टेंशन- ममता बनर्जी बंगाल चुनाव की तैयारी में लगी हुई है. पार्टी में ममता के अलावा कोई भी ऐसा नेता नहीं है, जो जनता को अपनी ओर खिंच सकें. ऐसे में ममता अकेले रैली कर रही है. हालांकि कई जगहों पर अभिषेक भी जनसभा को संबोधित कर रहे हैंं. वहीं अब अभिषेक की पत्नी से पूछताज मामले में सीबीआई की एंट्री से ममता की टेंशन बढ़ सकती है. बताया जा रहा है कि तृणमूल का चुनावी अभियान पर भी इसका असर पड़ सकता है.

Posted by : Avinish kumar mishra

Next Article

Exit mobile version