Bengal Election 2021 : पश्चिम बंगाल में विधानसभा की चुनावी रणभेरी बज चुकी है. ऐसे में सभी पार्टियां अपने-अपने किलेबंदी करने में जुट गई है. वहीं राज्य में बीजेपी और टीएमसी के साथ मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के लिए लेफ्ट ने कांग्रेस और पीरजादा की पार्टी के साथ गठबंधन किया है. बताया जा रहा है कि अगर ये गठबंधन राज्य में मजबूती से इलेक्शन फाइट करती है, तो इसका नुकसान ममता बनर्जी की पार्टी को होगी.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में करीब 30% आबादी मुस्लिमों की है, जिनका करीब 125 सीटों पर असर है. इन 125 सीटों में तृणमूल कांग्रेस करीब 90 सीट पिछले चुनाव में जीती हैं. ऐसे में बताया जा रहा है कि अगर पीरजादा और लेफ्ट का गठबंधन सक्सेस रहा तो इसका नुकसान तृणमूल को ही होगी.
ओवैसी की पार्टी भी लड़ेगी चुनाव– सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम भी बंगाल की 10 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. पार्टी ने इसके लिए दिनाजपुर, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना जैसे इलाकों को चुना है.
बीजेपी को फायदा- 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत के बाद से ही बंगाल फतह की ख्वाब देख रही बीजेपी को त्रिकोणीय मुकाबला होने से फायदा है. बीजेपी उत्तर बंगाल में काफी मजबूत है, जहां से विधानसभा की करीब 60 सीट हैं, वहीं शहरी क्षेत्रों में भी बीजेपी मजबूत स्थिति में है.
Posted By : Avinish kumar mishra