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तृणमूल कांग्रेस के 23वें स्थापना दिवस पर ममता बनर्जी ने लिया संघर्ष का प्रण

पश्चिम बंगाल (West Bengal) में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (All India Trinamool Congress) का 23वां स्थापना दिवस शुक्रवार (1 जनवरी) को पूरे प्रदेश में मनाया जा रहा है. इस दौरान पार्टी प्रमुख एवं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने लोगों के लिए काम करने और उनके लिए संघर्ष (Struggle)करने का प्रण लिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 1, 2021 2:40 PM

कोलकाता : पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का 23वां स्थापना दिवस शुक्रवार (1 जनवरी) को पूरे प्रदेश में मनाया जा रहा है. इस दौरान पार्टी प्रमुख एवं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों के लिए काम करने और उनके लिए संघर्ष करने का प्रण लिया.

पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने राज्य मुख्यालयों में पार्टी का ध्वज फहराया और लोगों की सेवा में अथक परिश्रम के लिए कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया.

ममता बनर्जी ने शुक्रवार सुबह ट्वीट किया, ‘आज तृणमूल कांग्रेस की स्थापना के 23 वर्ष हो गये. मैं एक जनवरी, 1998 में शुरू किये गये सफर को पीछे पलटकर देखती हूं. ये वर्ष बेहद संघर्ष भरे रहे, लेकिन इस दौरान हम लोगों के लिए संघर्ष की अपनी प्रतिबद्धता पर डटे रहे और अपने उद्देश्यों को हासिल करते रहे.’

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राज्य में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं और पार्टी ने सत्ता में अपने 10 वर्ष पूरे कर लिये हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य को बेहतर बनाने के अपने संघर्ष को जारी रखने का प्रण किया.

उन्होंने लिखा, ‘तृणमूल कांग्रेस के स्थापना दिवस पर मैं अपनी मां-माटी-मानुष का और अपने सभी कार्यकर्ताओं का दिल से आभार व्यक्त करती हूं, जो बंगाल को प्रतिदिन बेहतर और मजबूत बनाने में लगातार हमारे संघर्ष में शामिल हैं. तृणमूल परिवार आने वाले वक्त में भी इसी प्रण के साथ आगे बढ़ेगा.’

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पार्टी ने इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों के निर्देश पार्टी कार्यकर्ताओं को दिये हैं. गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने कांग्रेस से अलग होकर आज ही के दिन 1998 में तृणमूल कांग्रेस की स्थापना की थी. ममता बनर्जी जब कांग्रेस से अलग हुईं, तो कांग्रेस के कई बड़े नेता उनके साथ आये और तृणमूल कांग्रेस को मजबूत किया.

ममता बनर्जी के बंगाल में 10 साल के शासन के बाद इस वक्त लोग तृणमूल कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं. उनकी पार्टी के कई विधायक और सांसद अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं. आने वाले दिनों में कई और तृणमूल नेताओं के भाजपा में शामिल होने की अटकलें हैं, जिससे ममता बनर्जी परेशान हैं.

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Posted By : Mithilesh Jha

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