कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों की मांग पर लोकल ट्रेन चलाने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा है कि अभी लोकल ट्रेनों को चलाने की अनुमति दी गयी, तो कोरोना के मामले तेजी से बढ़ेंगे. इसलिए अभी लोकल ट्रेनों को चलाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है.
लोकल ट्रेन चलाने की मांग पर दक्षिण 24 परगना जिला में दो दिन (23 और 24 जून) से लोग रेल पटरियों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. गुरुवार को स्थिति बिगड़ गयी, जब लोगों ने रेलवे स्टाफ स्पेशल ट्रेनों में सफर करने की अनुमति नहीं मिलने पर मल्लिकपुर स्टेशन के पास जीआरपी पर ईंट-पत्थर से हमला कर दिया. वाहनों में तोड़फोड़ करने लगे.
इस संबंध में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अभी लोकल ट्रेन शुरू करने से कोरोना के मामले बढ़ जायेंगे. लोगों की परेशानी स्वाभाविक है, लेकिन हम अभी की सुविधा के लिए लाखों लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ नहीं कर सकते. यदि अभी लोकल ट्रेन शुरू की जाती है, तो कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से फैलेगा.
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गुरुवार को राज्य सचिवालय में जब इस बाबत पूछा गया, तो सुश्री बनर्जी ने कहा कि पहले कोरोना को नियंत्रित करने दीजिए. ऐसी समस्याएं होंगी, यह पहले से ही मालूम था, लेकिन अभी लोकल ट्रेनें चालू की गयी, तो बड़े पैमाने पर लोग कोरोना संक्रमित होंगे. उन्होंने आगे कहा कि कई जगह लोग घरों से काम कर रहे हैं, सब्जी विक्रेता निजी वाहनों से यातायात कर रहे हैं. ऐसे में हम जल्दबाजी में लोकल ट्रेन चलाकर जोखिम नहीं मोल ले सकते हैं.
इससे पहले दो दिन से लोकल ट्रेन परिचालन की मांग को लेकर कई स्टेशनों पर आम यात्री विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. गुरुवार को सियालदह साउथ डिवीजन में सोनारपुर, मल्लिकपुर, बारुईपुर स्टेशनों पर स्टाफ स्पेशल ट्रेन को रोक दिया गया. लोग हिंसा पर उतारू हो गये थे. बाद में जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारियों ने स्थिति को संभाला.
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लगातार दो दिन के प्रदर्शनों से रेलवे के अधिकारी परेशान हैं. उन्होंने लोकल ट्रेन चलाने को लेकर नबान्न को पत्र लिखा है. इस संदर्भ में सियालदह के डीआरएम एसपी सिंह ने कहा कि लोकल ट्रेनें चलाने की मांग को पूरी तरह से अनुचित नहीं कह सकते. इस साल स्टाफ स्पेशल ट्रेनों की संख्या पिछले साल की तुलना में कम है. उन्होंने दावा किया कि ट्रेन में सफाई का काम हर दिन चल रहा है. वे ट्रेन सेवा शुरू करने के लिए भी तैयार हैं.
Posted By: Mithilesh Jha