दिल्ली में बोलीं ममता बनर्जी- मैं नेता नहीं, आम कार्यकर्ता बनना चाहती हूं
Mamata Banerjee in Delhi| West Bengal News|तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल की चेयरमैन ममता बनर्जी ने पेगासस के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि स्थिति आपातकाल से भी ज्यादा गंभीर है. केंद्र सरकार जवाब नहीं दे रही.
कोलकाता/नयी दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वह नेता नहीं, आम कार्यकर्ता बनना चाहती हैं. भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोकने के लिए विपक्ष का चेहरा बनाये जाने के मुद्दे तृणमूल सुप्रीमो ने यह बात कही है. उन्होंने कहा है कि मोदी के खिलाफ चेहरा कौन बनेगा, यह सब परिस्थितियों पर निर्भर करेगा.
नेतृत्व के मुद्दे पर ममता बनर्जी ने कहा कि मैं बिल्ली के गले में घंटी बांधने में सभी विपक्षी दलों की सहायता करना चाहती हूं. मैं नेता नहीं, बल्कि आम कार्यकर्ता बनना चाहती हूं. ममता बनर्जी से यहां संवाददाताओं ने पूछा कि क्या वह विपक्ष का चेहरा बनना चाहती हैं, जिसके जवाब में उन्होंने कहा, मैं कोई राजनीतिक भविष्यवक्ता नहीं हूं. यह परिस्थिति, सरंचना पर निर्भर करता है. अगर कोई और नेतृत्व करता है, तो मुझे कोई समस्या नहीं. जब इस मुद्दे पर चर्चा होगी, तब हम निर्णय ले सकते है. मैं अपना निर्णय किसी पर थोप नहीं सकती.
मैं सच्चा दिन देखना चाहती हूं, बहुत दिन अच्छे दिन देख लिये.
ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल
पेगासस के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि स्थिति आपातकाल से भी ज्यादा गंभीर है. केंद्र सरकार जवाब नहीं दे रही. तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल की चेयरमैन ममता बनर्जी ने कहा, सभी जगह वे प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग को छापा मारने के लिए भेज रहे हैं. यहां कोई जवाब नहीं दे रहा है. लोकतंत्र में सरकार को जवाब देना चाहिए. स्थिति बेहद गंभीर है, यह आपातकाल से भी ज्यादा गंभीर है.
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मैं बिल्ली के गले में घंटी बांधने में सभी विपक्षी दलों की सहायता करना चाहती हूं. मैं नेता नहीं, बल्कि आम कार्यकर्ता बनना चाहती हूं. ममता बनर्जी से यहां संवाददाताओं ने पूछा कि क्या वह विपक्ष का चेहरा बनना चाहती हैं, जिसके जवाब में उन्होंने कहा, मैं कोई राजनीतिक भविष्यवक्ता नहीं हूं. यह परिस्थिति, सरंचना पर निर्भर करता है. अगर कोई और नेतृत्व करता है, तो मुझे कोई समस्या नहीं. जब इस मुद्दे पर चर्चा होगी, तब हम निर्णय ले सकते है. मैं अपना निर्णय किसी पर थोप नहीं सकती.
ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल
सुश्री बनर्जी ने इससे पहले कहा था कि विपक्षी दलों की एकता अपने आप आकार लेगी. विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कराने के बाद पहली बार राष्ट्रीय राजधानी पहुंचीं सुश्री बनर्जी ने कहा कि मैं एक साधारण कार्यकर्ता हूं और इसी तरह काम करना चाहती हूं. उन्होंने भाजपा के चुनावी नारे पर कटाक्ष करते हुए कहा, मैं सच्चा दिन देखना चाहती हूं, बहुत दिन अच्छे दिन देख लिये.
Posted By: Mithilesh Jha