Loading election data...

संघ प्रमुख मोहन भागवत के लिए ममता बनर्जी ने भेजी फल-मिठाइयां, माकपा ने कसा तंज

आरएसएस हर साल कई जगहों पर इसी तरह संघ शिक्षा वर्ग का आयोजन करता है. इस बार बंगाल में इसका आयोजन हो रहा है और मोहन भागवत खुद इसमें शामिल होने पहुंचे हैं. उधर, संघ प्रमुख के दौरे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तंज कसा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 18, 2022 8:37 PM

कोलकाता: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार को चार दिवसीय दौरे पर पश्चिम बंगाल पहुंचे. दोपहर दो बजे कोलकाता आगमन के बाद वह सड़क मार्ग से खड़गपुर होते हुए केशियारी पहुंचे. आरएसएस प्रमुख केशियारी में संघ शिक्षा वर्ग के कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम में हजारों स्वयंसेवकों को शारीरिक और बौद्धिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है. 21 मई को संघ प्रमुख वापस लौट जायेंगे.

हर साल संघ शिक्षा वर्ग का होता है आयोजन

आरएसएस हर साल कई जगहों पर इसी तरह संघ शिक्षा वर्ग का आयोजन करता है. इस बार बंगाल में इसका आयोजन हो रहा है और मोहन भागवत खुद इसमें शामिल होने पहुंचे हैं. उधर, संघ प्रमुख के दौरे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तंज कसा है. सुश्री बनर्जी ने पुलिस प्रशासन से कहा कि कानून-व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा जाये. किसी भी कीमत पर दंगे नहीं भड़कने चाहिए.

संघ प्रमुख को पूरी सुरक्षा देने के निर्देश

मुख्यमंंत्री ने कहा कि उन्हें पूरी सुरक्षा दीजिए, जिससे वे दंगे न भड़काएं. साथ ही मुख्यमंत्री ने संघ प्रमुख के लिए मिठाइयां और फल भी भेजने के निर्देश दिये. मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री भागवत को पता चलना चाहिए कि हम अपने मेहमानों का ध्यान रखते हैं. लेकिन, ज्यादा तवज्जो भी मत देना, वरना इसका गलत फायदा उठाया जा सकता है.

तीन दशक बाद बनी थी तृणमूल सरकार

गौरतलब है कि आरएसएस की बंगाल में लगभग 1,800 शाखाएं हैं और उनमें से लगभग 450 राज्य के उत्तरी जिलों में हैं. इनमें से ज्यादातर की स्थापना तृणमूल कांग्रेस के शासन में हुई. वर्ष 2011 में तीन दशक से ज्यादा लंबे वाम मोर्चा के शासन के बाद तृणमूल कांग्रेस सत्ता में आयी थी.

ममता के बयान पर माकपा ने किया कटाक्ष

मुख्यमंत्री के आरएसएस प्रमुख के लिए मिठाई व फल भेजने के बयान पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने कटाक्ष किया कि मुख्यमंत्री कभी दंगाबाज के विष के दांत तोड़ने की बात करती थीं. इस कारण बंगाल में लंबे समय तक सांप्रदायिक शांति बनी रही. अब आरएसएस प्रमुख को फल और मिठाई भेजकर बंगाल के समाज को विभाजित किया जा रहा है.

Next Article

Exit mobile version