कोलकाता (नवीन कुमार राय) : विधानसभा चुनाव (West Bengal Election 2021) से पहले मुश्किलों में घिरी दिख रही तृणमूल कांग्रेस (All India Trinamool Congress) पर वाम मोर्चा (Left Front) और कांग्रेस (Congress) ने राज्य सरकार पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है. वाम-कांग्रेस गठबंधन ने ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की सरकार को चुनौती दी है कि वह विधानसभा चुनाव 2021 (Paschim Bangal Vidhan Sabha Chunav 2021) से पहले सदन में बहुमत साबित करे.
विधानसभा में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने मांग की है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस संबंध में कार्रवाई करें. वहीं, वामपंथी संसदीय दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा है कि अगर विश्वास मत के लिए अधिवेशन नहीं बुलाया जाता है, तो वह नबान्न जायेंगे और जरूरत पड़ी, तो आंदोलन भी करेंगे.
विधानसभा चुनाव को तीन-चार महीने ही बचे हैं. सत्ता पक्ष के विधायकों के दल बदलने की वजह से विरोधी दल उस पर दबाव बनाने में जुट गया है. चुनाव से ठीक पहले पार्टी के नेता तृणमूल छोड़ रहे हैं. आने वाले दिनों में कई और नेताओं के पार्टी छोड़ने की चर्चा है. इसकी वजह से तृणमूल कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व असहज हो गया है.
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राजनीतिक क्षेत्र में अटकलें हैं कि ममता बनर्जी सरकार के मंत्री भी पार्टी का दामन छोड़ सकते हैं. विपक्षी दल भाजपा ने दावा किया है कि सत्तारूढ़ दल के कई विधायक जल्दी ही पार्टी छोड़ देंगे और चुनाव से पहले उनके दल में शामिल हो जायेंगे.
कई लोग तृणमूल कांग्रेस छोड़ रहे हैं. मैं नहीं जानता कि कितने जा रहे हैं. कोई कहता है डेढ़ सौ आयेगा, कुछ कहते हैं कि सौ आयेंगे. मंत्री कह रहे हैं कि और मंत्री जायेंगे. लोग हैरान हैं. उन्होंने कहा कि क्या चल रहा है? क्या सरकार ने विश्वास खो दिया है? मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि अगर आपकी बात सही है, अगर तृणमूल कांग्रेस में कोई सामूहिक पलायन नहीं हुआ है, तो आपको विधानसभा में विश्वास मत के साथ अपना विश्वास साबित करना होगा.
Abdul Mannan, Leader of Opposition, West Bengal Vidhan Sabha
विधानसभा चुनाव से पहले, वामदल और कांग्रेस नेतृत्व ने सत्तारूढ़ दल पर दबाव बढ़ाने की रणनीति बनायी है. विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने मांग की है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए तुरंत विश्वास मत का आह्वान करें.
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लेफ्ट के नेता सुजन चक्रवर्ती की बगल में बैठे श्री मन्नान ने कहा, ‘कई लोग तृणमूल कांग्रेस छोड़ रहे हैं. मैं नहीं जानता कि कितने जा रहे हैं. कोई कहता है डेढ़ सौ आयेगा, कुछ कहते हैं कि सौ आयेंगे. मंत्री कह रहे हैं कि और मंत्री जायेंगे. लोग हैरान हैं. उन्होंने कहा कि क्या चल रहा है? क्या सरकार ने विश्वास खो दिया है? मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि अगर आपकी बात सही है, अगर तृणमूल कांग्रेस में कोई सामूहिक पलायन नहीं हुआ है, तो आपको विधानसभा में विश्वास मत के साथ अपना विश्वास साबित करना होगा.’
वामपंथी संसदीय दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने भी यही मांग की. सुजन के मुताबिक, क्या सरकार विधानसभा का सामना करने से डरती है, क्योंकि उसके पास संख्या बल नहीं है? उन्होंने पूछा कि सत्ताधारी पार्टी के विधायक हमें यह भी बता रहे हैं कि विधानसभा का सत्र इतने लंबे समय तक क्यों नहीं बुलाया गया. सवाल है कि क्या मुख्यमंत्री के पास पर्याप्त संख्या नहीं है? अगर हमारी मांग पूरी नहीं हुई, तो नबान्न का दरवाजा खटखटाने के साथ हम जनआंदोलन भी करेंगे.
Posted By : Mithilesh Jha