तृणमूल के कार्यक्रम में ममता का गुस्सा, भाषण रोका, फिर बोलीं, मैं भगवान नहीं कि हर ख्वाहिश पूरी कर दूं

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले कोलकाता के कसबा स्थित गीतांजलि स्टेडियम में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जैसे ही भाषण देने के लिए खड़ी हुईं, तो कुछ महिलाओं ने अपनी मांगों को लेकर आवाज उठानी शुरू कर दी. इससे मुख्यमंत्री बिफर गयीं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2021 12:36 PM
an image

कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले कोलकाता के कसबा स्थित गीतांजलि स्टेडियम में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जैसे ही भाषण देने के लिए खड़ी हुईं, तो कुछ महिलाओं ने अपनी मांगों को लेकर आवाज उठानी शुरू कर दी. इससे मुख्यमंत्री बिफर गयीं.

ममता बनर्जी ने भाषण देने से इनकार कर दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक ये लोग चुप नहीं होते, तब तक वह भाषण नहीं देंगी. इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा, मैं भगवान नहीं हूं कि हर ख्वाहिश पूरी कर दूं. भगवान भी हर ख्वाहिश पूरी नहीं करते. मैंने अपनी क्षमता के अनुसार जितना करना चाहिए था, किया है. अभी भी इतनी मांगें क्यों.

इसके साथ ही तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि कुछ लोग उनकी सभा में जान-बूझ कर इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देते हैं. यह साजिश के तहत किया जा रहा है. हालांकि, मुख्यमंत्री ने बाद में आवाज उठाने वाली महिलाओं को बुलाकर उनकी बातों को सुना. बताया गया है कि वह महिलाएं शिक्षिका हैं और मुख्यमंत्री के समक्ष समान काम, समान वेतन सहित कई मांगें रखी हैं.

Also Read: तृणमूल का विकल्प नहीं, कोलकाता में एससी-एसटी नेताओं की बैठक में बोलीं ममता बनर्जी देश के लिए सबसे बड़ा खतरा है भाजपा

सुश्री बनर्जी ने भाजपा को देश के लिए बहुत बड़ा खतरा बताते हुए कहा कि पूरी दुनिया के लोग अब इस बात को समझ रहे हैं. भाजपा देश को बेचने में लगी हुई है. वह (भाजपा) बंगाल पर नजर डालने से पहले खुद को आइने में देखे. यूपी, एमपी, गुजरात, बिहार का आज क्या हाल है.

तृणमूल के कार्यक्रम में ममता का गुस्सा, भाषण रोका, फिर बोलीं, मैं भगवान नहीं कि हर ख्वाहिश पूरी कर दूं 3

त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री मानिक सरकार हाल में बंगाल में जनसभा करके कह गये हैं कि भाजपा ने त्रिपुरा का बुरा हाल कर दिया है. भाजपा ने वहां 10,000 शिक्षकों की नौकरी स्थायी करने का वादा किया था जबकि उनकी नौकरी ही छीन ली. त्रिपुरा में भाजपा की सरकार बनने के बाद बहुत से बंगाली भागकर यहां आ गये हैं.

Also Read: Mamata at Bolpur: ‘मैं मुख्यमंत्री नहीं, दीदी हूं’, आदिवासियों के गांव में बोलीं तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी तृणमूल कांग्रेस का विकल्प नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस का कोई विकल्प नहीं है और राज्य में कोई दूसरी पार्टी इसका स्थान नहीं ले सकती है. तृणमूल कांग्रेस के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति नेताओं की यहां आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि पार्टी ‘और बेहतरी’ के लिए काम करेगी.

सुश्री बनर्जी ने कहा, ‘कोई दूसरी पार्टी हमारा स्थान नहीं ले सकती है, क्योंकि तृणमूल ने दुनिया की सबसे जनहितैषी सरकार दी है.’ उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने ‘सोनार भारत’ को खत्म कर दिया है और अब ‘सोनार बांग्ला’ की बात करती है. उन्होंने कहा कि भगवा दल सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर दुष्प्रचार में संलिप्त है.

Also Read: बंगाल चुनाव से पहले नंदीग्राम में लौटा हिंसा का दौर, ममता-शुभेंदु समर्थकों में बढ़ी तकरार

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘चक्रवात अम्फन से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए हमने हरसंभव प्रयास किया लेकिन एक-दो खामियों के लिए हमें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा.’

तृणमूल के कार्यक्रम में ममता का गुस्सा, भाषण रोका, फिर बोलीं, मैं भगवान नहीं कि हर ख्वाहिश पूरी कर दूं 4

उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार को संशोधित नागरिकता कानून वापस ले लेना चाहिए और दावा किया कि इसका अस्तित्व देश के नागरिकों के लिए ‘खतरा’ बना रहेगा. इस मौके पर तृणमूल युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि बंगाल में एक बार फिर तृणमूल कांग्रेस की ही सरकार बनेगी.

Also Read: अप्रैल में ही संपन्न हो सकते हैं बंगाल चुनाव, जानें अब तक कब-कब हुआ है मतदान

Posted By : Mithilesh Jha

Exit mobile version