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उपराष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग से दूर रहेगी ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस, अभिषेक बनर्जी ने किया ऐलान

तृणमूल कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी दलों को तगड़ा झटका दिया है. ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान नहीं करेगी. इसकी वजह भी बता दी है. कहा है कि तृणमूल कांग्रेस की राय लिये बगैर विपक्ष के उम्मीदवार की घोषणा कर दी गयी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2022 6:22 PM

Vice President Election 2022: छह अगस्त को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवारों के समर्थन को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है. पार्टी की ओर से गुरुवार की शाम यहां कहा गया कि उपराष्ट्रपति के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस किसी भी उम्मीदवार को वोट नहीं देगी. यह घोषणा तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने की.

ममता बनर्जी के आवास पर टीएमसी सांसदों की हुई लंबी बैठक

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवारों के समर्थन को लेकर मुख्यमंत्री सह पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कालीघाट स्थित अपने आवास पर गुरुवार को ही ‘शहीद दिवस’ रैली के बाद पार्टी सांसदों व प्रमुख नेताओं के साथ एक लंबी बैठक की.

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उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की हुई एकतरफा घोषणा

बैठक में तृणमूल के अधिकतर (करीब 85 फीसदी) सांसदों ने उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से अलग रहने की वकालत की, जिसे पार्टी सुप्रीमो ने स्वीकार कर लिया. तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि 17 विपक्षी दलों द्वारा संयुक्त रूप से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में मार्गरेट अल्वा के नाम की घोषणा की गयी, लेकिन इससे पहले विपक्षी दलों की ओर से उम्मीदवारी को लेकर लोकसभा व राज्यसभा मेें 35 सांसदों वाली पार्टी तृणमूल कांग्रेस से कोई विचार-विमर्श नहीं किया गया. नाम की एकतरफा घोषणा कर दी गयी.

जगदीप धनखड़ ने बंगाल की जनता को अपमानित किया: अभिषेक बनर्जी

दूसरी तरफ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को अपना उम्मीदवार बनाया है. श्री धनखड़ के बारे में उन्होंने कहा कि वह जब तक यहां के राज्यपाल रहे, लगातार एक दल विशेष के प्रतिनिधि के रूप में काम करते दिखे. उन्होंने आये दिन सरकार और यहां की जनता को अपमानित किया. ऐसे में पार्टी सांसदों की बैठक में तय हुआ कि तृणमूल कांग्रेस उपराष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवारों में से किसी के भी पक्ष में मतदान नहीं करेगी.

रिपोर्ट- अमित शर्मा (कोलकाता)

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