ममता बनर्जी ने किया दावा, ‘यह साबित हुआ कि मैंने अमित शाह को फोन किया तो इस्तीफा दे दूंगी’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को एक बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा है कि अगर यह साबित हो जाता है कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा गंवाने के बाद उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन किया, तो वह इस्तीफा दे देंगी.
West Bengal: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को एक बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा है कि अगर यह साबित हो जाता है कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा गंवाने के बाद उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन किया, तो वह इस्तीफा दे देंगी. पश्चिम बंगाल राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से बातचीत में बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी का नाम ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस बना रहेगा.
ता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने किया था दावा
बंगाल के नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया था कि ममता बनर्जी ने फोन किया था. उनके इस दावे को खारिज करते हुए ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा, ‘अगर यह साबित होता है कि मैंने टीएमसी के राष्ट्रीय दर्जे को लेकर अमित शाह को फोन किया था तो मैं इस्तीफा दे दूंगी.’ बता दें कि शुभेन्दु अधिकारी ने मंगलवार को दावा किया था कि निर्वाचन आयोग ने जब टीएमसी का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खत्म कर दिया था तो बनर्जी ने अमित शाह को फोन कर उनसे फैसले को निरस्त करने का अनुरोध किया था.
ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा
ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें नहीं जीत पाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुभवी राजनेता मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु द्वारा उनके पिता के लापता होने की शिकायत पर राज्य प्रशासन गौर करेगा. रॉय के परिवार का कहना है कि वे मनोभ्रंश और पार्किंसंस रोग से पीड़ित हैं. रॉय गुमशुदगी की शिकायत दर्ज होने के बाद दिल्ली में सामने आए और दावा किया कि वह भाजपा सांसद और विधायक हैं और अमित शाह से मिलना चाहते हैं.
”मुकुल रॉय भाजपा के विधायक”
ममता बनर्जी ने कहा, ‘मुकुल रॉय भाजपा के विधायक हैं और अगर वह दिल्ली जाना चाहते हैं तो यह उनका मामला है.’ टीएमसी से अलग होने के बाद रॉय ने भाजपा के टिकट पर 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव जीता था, लेकिन बाद में ममता के खेमे में वापस चले गए. उन्होंने भाजपा नेतृत्व के हाथों दुर्व्यवहार की शिकायत भी की.