मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि वह देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था के पूरी तरह से चरमरा जाने से स्तब्ध हैं. ममता प्रयागराज में माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात तीन हमलावरों द्वारा उस समय गोली मारकर हत्या किये जाने से जुड़े सवाल पर प्रतिक्रिया दे रही थीं, जब पुलिस दोनों भाइयों को चिकित्सा जांच के लिए मेडिकल कॉलेज ले जा रही थी. तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में अपराधी अब पुलिस और मीडिया की मौजूदगी से बेफिक्र होकर कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं, जो बेहद ‘शर्मनाक’ है.
उन्होंने ट्वीट किया, “मैं उत्तर प्रदेश में फैली अराजकता और कानून-व्यवस्था के पूरी तरह से चरमरा जाने से स्तब्ध हूं, यह शर्मनाक है कि अपराधी अब पुलिस और मीडिया की उपस्थिति से बेफिक्र होकर कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं.”
अतीक अपने लश्कर-ए-तैयबा और आइएसआइ से हथियारों की सप्लाई रूट बता रहा था, तभी इसकी हत्या सुनिश्चित हो चुकी थी. उत्तर कोलकाता जिला भाजपा के उपाध्यक्ष राजीव सिन्हा ने अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या पर कहा कि मेरा निजी अनुमान है कि इस घटना को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन और राष्ट्र विरोधी ताकतों द्वारा अंजाम दी गयी है. अतीक अपने लश्कर-ए-तैयबा और आइएसआइ से संबंध स्वीकार कर हथियारों का सप्लाई रूट बता रहा था, तभी इसकी हत्या सुनिश्चित हो चुकी थी.
उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के देश विरोधी अपराधी तत्वों द्वारा रचित ये षड्यंत्र है, उन्हें अपने नाम के खुलासा का डर था. इसलिए दोनों को रास्ते से इस तरह से हटाया गया, ताकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बदनाम किया जा सके.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था के चरमरा जाने संबंधी टिप्पणी पर भाजपा की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गयी है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश में माफिया मारे जाते हैं, तो यह मुख्यमंत्री के लिए शर्मनाक है. लेकिन पश्चिम बंगाल में हिंदुओं को नियमित रूप से मारा जा रहा है, तब यह आपके लिए गर्व की बात है. यह आपकी प्राथमिकता को दर्शाता है. राज्य विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि वह मुख्यमंत्री को याद दिलाना चाहते हैं कि अगर आप किसी को एक उंगली दिखाती हैं, तो तीन अंगुलियां आपकी तरफ उठती हैं.
पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था के पूरी तरह ध्वस्त होने और अराजकता पर आप कब स्तंभित होंगी? यह शर्मनाक है कि पश्चिम बंगाल में वर्षों से कानून को अपने हाथों में लिया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में अतीक अहमद और अशरफ अहमद की शनिवार रात को हत्या होने के बाद तृणमूल ने उत्तर प्रदेश सरकार पर जम कर निशाना साधा है.
विश्व हिंदू परिषद ने ट्वीट करके इस बात का खंडन किया है कि अतीक अहमद और अशरफ की हत्या में बजरंग दल का हाथ है. विहिप की ओर से ट्वीट करके कहा गया है कि अतीक अहमद की हत्या में बजरंग दल का नाम लेकर अफवाह उड़ायी जा रही है, जो पूर्णतः भ्रामक है. हत्या करनेवाले कौन हैं, इसकी जांच यूपी सरकार करा रही है. जल्द ही सच्चाई सामने आ जायेगी. इधर एक वर्ग दावा कर रहा है कि अतीक जिस तरह से पुलिसिया पूछताछ में एक के बाद एक राज उगल रहा था, उससे उसको प्रश्रय देने वाले लोगों में दहशत फैल गयी थी.
उत्तर प्रदेश पुलिस का हाथ उनके गिरेबां तक नहीं पहुंचे, इसलिए दोनों की हत्या करा दी गयी. जांच को गुमराह करने के लिए इन लोगों का इस्तेमाल किया गया और इनसे नारा भी लगवाया गया. यह सब साजिश के तहत हुआ है, ताकि जांच की दिशा को बदला जाये और लोगों का ध्यान भटकाया जा सके. इसको लेकर लोगों के बीच मजहबी दरार पैदा करने की कोशिश की जा रही है. विहिप ने लोगों को इससे सावधान रहने की सलाह दी है.