Loading election data...

सर्वदलीय बैठक में बोलीं ममता- चीन को आर्थिक मोर्चे पर पस्त करने की जरूरत

लद्दाख में भारतीय सैनिकों के साथ संघर्ष के बाद पूरे देश में चीन के खिलाफ काफी गुस्सा है. लद्दाख में भारत-चीन सीमा की स्थिति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलायी. इस बैठक में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शरीक हुई. इस बैठक में मुख्यमंत्री ने इस संकट की घड़ी में तृणमूल कांग्रेस के देश के साथ खड़े होने की बात कही, वहीं चीनी कंपनी को दूरसंचार, रेलवे और विमानन सेक्टर में प्रवेश नहीं करने देने की अपील भी की.

By Agency | June 19, 2020 10:33 PM
an image

कोलकाता : लद्दाख में भारतीय सैनिकों के साथ संघर्ष के बाद पूरे देश में चीन के खिलाफ काफी गुस्सा है. लद्दाख में भारत-चीन सीमा की स्थिति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलायी. इस बैठक में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शरीक हुई. इस बैठक में मुख्यमंत्री ने इस संकट की घड़ी में तृणमूल कांग्रेस के देश के साथ खड़े होने की बात कही, वहीं चीनी कंपनी को दूरसंचार, रेलवे और विमानन सेक्टर में प्रवेश नहीं करने देने की अपील भी की.

चीन के साथ एलएसी पर गतिरोध के मुद्दे पर बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि संकट के इस समय में हम केंद्र सरकार के साथ खड़े हैं और हम जीतेंगे भी. उन्होंने कहा कि चीन एक तानाशाह देश है. चीन को जो सोचना है, सोचे. लेकिन इस संकट की घड़ी में हम सभी को एक साथ काम करना होगा.

Also Read: हमारी कोई भी चौकी किसी के कब्जे में नहीं, हमारे सैनिकों ने उसे सबक सिखाया : PM नरेंद्र मोदी

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को किसी भी चीनी कंपनी को दूरसंचार, रेलवे और विमानन सेक्टर में प्रवेश नहीं अनुमति नहीं मिलनी चाहिए. इसका विरोध जरूरी है. हालांकि, कुछ समस्याओं का सामना करना होगा, लेकिन चीन को सबक सिखाने के लिए यह जरूरी कदम होगा.

मालमू हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वागत किया था. उन्होंने कहा था कि तृणमूल कांग्रेस इस संकट की घड़ी में देश के साथ खड़ी है.

प्रधानमंत्री मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि न वहां कोई हमारी सीमा में घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे (चीन) के कब्जे में है. लद्दाख में हमारे 20 जांबाज शहीद हुए, लेकिन जिन्होंने भारत माता की तरफ आंख उठाकर देखा था, उन्हें वो सबक सिखा कर गये. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे जवानों को देश की रक्षा के लिए जो करना चाहिए, वो कर रहे हैं. चाहे जवानों को तैनात करना हो, कार्रवाई करना हो या जवाबी कार्रवाई करना हो.

Posted By : Samir ranjan.

Exit mobile version