Gorakhpur News: गोरखपुर पुलिस को मिली सफलता, प्रॉपर्टी डीलर से 10 लाख रुपए रंगदारी मांगने वाला गिरफ्तार
गोरखपुर के पुलिस लाइन वाइट हाउस सभागार में पुलिस अधीक्षक उत्तरी मनोज कुमार अवस्थी ने प्रेस वार्ता कर बताया कि सिकंदर के पास 21 मार्च को सुबह लगभग 10 बजे फोन आया. फोन करने वाले ने अपना नाम चंदन सिंह बताया तथा 10 लाख रुपये लेकर सहजनवां आऩे के लिए कहा.
Gorakhpur News: चंदन सिंह के नाम पर पिपराइच निवासी प्रापर्टी डीलर सिकंदर गुप्ता से रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने ओमप्रकाश उर्फ ओम को गिरफ्तार किया गया है. ओमप्रकाश गोरखपुर के शिवपुर सहबाजगंज थाना गुलहरिया का निवासी है.
पुलिस ने एहतियातन सुरक्षा दी
बता दें की पिपराइच थानाक्षेत्र के जंगल छत्रधारी टोला शाहपुर निवासी सिकंदर गुप्ता के पास सोमवार को रंगदारी से जुड़ी तीन कॉल आई थीं. रंगदारी मांगने वाले ने खुद को चंदन सिंह बताकर दस लाख रुपये की मांग की और रुपये लेकर मंगलवार को सहनजवां में बुलाया था. रंगदारी की रकम न देने पर अभियुक्त ने वादी को जान से मारने की धमकी भी दी थी, जिसके बाद सिकंदर गुप्ता ने पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी. इसके बाद उन्हें पुलिस द्वारा एहतियातन सुरक्षा दी गई और मामले की जांच शुरू हो गई. मंगलवार को पुलिस ने इस मामले पुलिस ने रंगदारी का केस दर्ज किया.
10 लाख रुपये लेकर सहजनवां आऩे कोको कहा
गोरखपुर के पुलिस लाइन वाइट हाउस सभागार में पुलिस अधीक्षक उत्तरी मनोज कुमार अवस्थी ने प्रेस वार्ता कर बताया कि सिकंदर के पास 21 मार्च को सुबह लगभग 10 बजे फोन आया. फोन करने वाले ने अपना नाम चंदन सिंह बताया तथा 10 लाख रुपये लेकर सहजनवां आऩे के लिए कहा. फोन लगभग 1 घंटे में तीन बार आया. रंगदारी की रकम न देने पर वादी को जान से मारने की धमकी भी दी गई थी. इसके बाद से वादी की शिकायत पर पिपराइच थाने में अभियोग पंजीकृत किया गया और उसके बाद मामले की जांच पड़ताल शुरू हो गई.
अंजाने का सिम और पड़ोसी का मोबाइल
बाद में यह खुलासा हुआ कि वादी सिकंदर यादव के परिचित ओमप्रकाश द्वारा इस वारदात को अंजाम दिया गया था. सीडीआर बाकी और एन ऑफिस से इसकी पुष्टि की गई है अभियुक्त ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया. अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा रहा है. अभियुक्त जमीन बेचने में कमीशन एजेंट का काम करता है. इसके पहले भी उसके ऊपर एक विद्युत अधिनियम का मुकदमा दर्ज है. पुलिस द्वारा पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि सिकंदर गुप्ता को डराने के लिए उसने रंगदारी चंदन सिंह के नाम से मांगा था. रंगदारी मांगने के लिए जिस मोबाइल सेट का इस्तेमाल हुआ था, उसको करीब सात-आठ महीना पहले अभियुक्त अपने पड़ोसी से मांग कर लाया था. सिम दूसरे के नाम से था.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप