Loading election data...

WB SSC Scam: माणिक भट्टाचार्य के मामले की सुनवाई पूरी, फैसला सुरक्षित, गिरफ्तार नहीं कर पाएगी सीबीआई

WB SSC Scam: पश्चिम बंगाल में टेट यानि प्राथमिक शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले में सुनवाई खत्म हो चुकी है, सुप्रीम कोर्ट ने फैसले की घोषणा फिलहाल के लिए टाल दी है. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने जानकारी दी है कि फैसला आने तक माणिक भट्टाचार्य को सीबीआई गिरफ्तार नहीं कर पाएगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 30, 2022 5:30 PM

WB SSC Scam: पश्चिम बंगाल में टेट (TET) यानि प्राथमिक शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार (West Bengal SSC Scam) मामले में सुनवाई खत्म हो चुकी है. सुप्रीम कोर्ट ने फैसले की घोषणा फिलहाल टाल दी है. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने जानकारी दी है कि फैसला आने तक माणिक भट्टाचार्य को सीबीआई गिरफ्तार नहीं कर पाएगी. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने टेट मामले में सीबीआई की जांच के कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर तत्काल रोक नहीं लगाई. इस फैसले को फिलहाल के लिये सुरक्षित रखा गया है.

Also Read: कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ने वाले झारखंड के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी को कितना जानते हैं आप
माणिक भट्टाचार्य ने खटखटाया था सुप्रीम कोर्ट का दरावाजा 

प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के बर्खास्त अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य ने टेट भ्रष्टाचार मामले में सुप्रीम कोर्ट का दरावाजा खटखटाया था. हाईकोर्ट ने मामले की जांच का जिम्मा केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) को सौंपा है. साथ ही उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय ने भी माणिक भट्टाचार्य को बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटाने का आदेश दिया था. माणिक भट्टाचार्य ने उन सभी आदेशों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी. शुक्रवार को सुनवाई हुई.हालांकि राज्य ने पहले ही गौतम पाल को प्राथमिक शिक्षा बोर्ड का नया अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है, यहां तक कि माणिक ने शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार पर निर्देश को चुनौती देते हुए सर्वोच्च न्यायालय का रुख किया था. फिलहाल माणिक भट्टाचार्य को सीबीआई गिरफ्तार नहीं कर पाएंगी लेकिन मामले की जांच जारी रहेगा.

आरोप है कि 2014 की ओएमआरशीट को नष्ट कर दिया गया है

प्राथमिक शिक्षक भर्ती मामले में कई बार आरोप लगते रहे हैं कि 2014 की टेट की परीक्षा के दौरान ओएमआर शीट या उत्तर पुस्तिका को नष्ट कर दिया गया था. कुल मिलाकर हाईकोर्ट को 12 लाख से अधिक ओएमआर शीट नष्ट करने की शिकायतें मिली हैं.इस संदर्भ में न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे. गौरतलब है कि सीबीआई ने 2011 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार के सत्ता में आने के बाद नियुक्त किए गए सभी शिक्षकों के नियुक्ति पत्र सहित सभी दस्तावेजों को अपने कब्जे में ले लिया है.इस मामले में कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.मामले की जांच जारी है.

Also Read: पश्चिम बंगाल: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर मीम बनाने वाला युवक गिरफ्तार, पुलिस ने मोबाइल फोन भी किया जब्त

Next Article

Exit mobile version