Agra: आगरा जिले में पुलिस को रिश्वत देने वाले फर्जी दरोगा की दोस्ती ट्रांस यमुना थाना प्रभारी को काफी महंगी पड़ गई. फर्जी दारोगा के मोबाइल से थाना प्रभारी के साथ कई फोटो पुलिस को मिली. जिसके बाद पुलिस कमिश्नर ने थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया है.
मिली जानकारी के अनुसार हरिपर्वत पुलिस ने साबुन कटरा एमएम गेट निवासी उजैर खान को पुलिस के एक दारोगा को 92 हजार रिश्वत देने के आरोप में गिरफ्तार किया था. उजैर खान हरिपर्वत थाने में एक बुकी की पैरवी करने गया था. फर्जी दारोगा थाने में बुकी अज्जू लंगड़ा का नाम मुकदमे में ना डालने की सिफारिश कर रहा था और दारोगा को रिश्वत दे रहा था. जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसके पास से पुलिस ने केस भी बरामद किया. वहीं पूछताछ में उजैर खान ने बताया कि उसे सिफारिश करने के लिए एमएम गेट के पार्षद प्रवीण पटेल ने भेजा था. इसके बाद पुलिस ने पार्षद को गिरफ्तार कर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के आरोप में जेल भेज दिया है.
जानकारी के अनुसार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया फर्जी दारोगा शहर के लोगों को दारोगा बताकर अपना रौब झड़ता था. पुलिस ने जब उजैर खान का मोबाइल चेक किया तो उसमें ट्रांस यमुना थाना प्रभारी अवधेश गौतम के कई फोटो मिले. जिसमें कई फोटो में उजैर खान थाना प्रभारी को मिठाई खिलाता हुआ भी दिख रहा है.
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बताया जा रहा है कि ट्रांस यमुना थाने में उजैर खान के अलावा कई ऐसे प्राइवेट लोग हैं जो थाने में सक्रिय रहते हैं. समाज सेवा की आड़ में यह लोग पुलिस से सेटिंग करते हैं और अपने साथ-साथ पुलिस को भी दाम कमा कर देते हैं.
आगरा के पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह ने फर्जी दरोगा के मोबाइल में ट्रांस यमुना थाना प्रभारी अवधेश गौतम के फोटो मिलने के बाद जांच कराई. जांच में दोषी पाए जाने पर अवधेश गौतम को लाइन हाजिर कर दिया है. वहीं उनके स्थान पर आनंद प्रकाश को थाना प्रभारी बनाया गया है.