झारखंड: गेंदा फूल की खुशबू से महक रही महिला किसानों की जिंदगी, दीपावली व छठ को लेकर क्या है तैयारी?
झारखंड के खूंटी जिले के तोरपा प्रखंड में 237 महिला किसानों के बीच गेंदा फूल के दस लाख पौधे बांटे गये हैं. इस बार किसानों ने गेंदा फूल की 50 हजार लड़ियां बेचने का लक्ष्य निर्धारित किया है. गेंदा फूल की लड़ियों की मार्केटिंग में एफपीओ मदद करेगा.
तोरपा, (खूंटी), सतीश शर्मा: झारखंड के खूंटी जिले के तोरपा में 300 महिला किसानों ने गेंदा फूल की खेती की है. तोरपा प्रखंड के किसान धान, मकई, मड़ुवा जैसी परंपरागत खेती के साथ-साथ गेंदा फूल की खेती कर अतिरिक्त आय अर्जित कर रही हैं. झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रोमोशन सोसाइटी एवं स्वयंसेवी संस्था प्रदान के सहयोग से बरकुली, उड़ीकेल, दियाकेल, अम्मा, मरचा, डोड़मा आदि पंचायतों के दो दर्जन से ज्यादा गांवों में व्यावसायिक रूप से गेंदा फूल की खेती की जा रही है. खेतों में रंग-बिरंगे फूलों की सुंदरता और उसकी खुशबू हर किसी का ध्यान खींच रही है. गेंदा फूल की खेती से महिला किसानों की आय भी बढ़ रही है. दीपावली व छठ में बिक्री को लेकर गेंदा के फूल तैयार हैं. इससे किसानों को भी अच्छी आमदनी की आशा है.
गेंदा फूल की 50 हजार लड़ियां बेचने का लक्ष्य
झारखंड के खूंटी जिले के तोरपा में गेंदा फूल की खुशबू महक रही है. प्रदान संस्था के अधिकारी रवि रंजन व शशि कुमार ने बताया कि तोरपा प्रखंड में 237 महिला किसानों के बीच गेंदा फूल के दस लाख पौधे बांटे गये हैं. 50 हजार लड़ियां बेचने का है लक्ष्य है. इस बार किसानों ने गेंदा फूल की 50 हजार लड़ियां बेचने का लक्ष्य निर्धारित किया है. गेंदा फूल की लड़ियों की मार्केटिंग में एफपीओ मदद करेगा. पूरे जिले से एक लाख से अधिक फूलमाला राज्य के दूसरे जिलों में भेजी जायेंगी.
किसानों करते हैं अतिरिक्त आय
एफपीओ के अधिकारी ने बताया कि दस डिसमिल मे गेंदा फूल की खेती कर किसान दस हजार रूपये से ज़्यादा की आय कर लेते हैं. एक सीजन में किसान 50 से 60 हजार रुपए की आय गेंदा फूल से कर लेते हैं. तोरपा प्रखंड के झटंगीटोली से तोरपा फूल बेचने आये बसंत हेमरोम, जुनास हेमरोम, खेरखई गांव के नमन टोपनो, मनहातू गांव के जोनसन भेंगरा और उबका गांव की सुनीता गुड़िया ने बताया कि इस वर्ष काफी बारिश होने के कारण गेंदा फूल की आधी फसल बर्बाद हो गयी. इसके कारण दीपावली, छठ जैसे त्यौहारों के दौरान इस वर्ष फूलमाला की कमी हो सकती है.
बंजर जमीन पर भी कर सकते हैं गेंदा फूल की खेती
किसानों ने कहा कि कम फसल होने के बावजूद किसानों को घाटा नहीं होगा क्योंकि गेंदा फूल की खेती में काफी कम लागत आती है. गेंदा फूल की खेती करने वाले झटंगीटोली के जुनास हेमरोम कहते हैं कि गेंदा फूल की खती में न अधिक मेहनत है और न ही अधिक लागत आती है. सबसे बड़ी विशेषता है कि गेंदा फूल की खेती बंजर भूमि पर भी की जा सकती है.