अलीगढ़ : मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह के तहत अलीगढ़ में 700 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया. इसमें 65 जोड़ा मुसलमान थे. इन जोड़ों का निकाह कराया गया था. आशीर्वाद देने के लिए डीएम से लेकर पूरा प्रशासनिक अमला पहुंचा था. नव जोड़ों को आशीर्वाद देने पहुंचे डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने बारातियों के लिए अपने हाथ से रोटियां सेकीं. जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने तंदूर पर माेर्चा संभाला. खुद ही रोटियां बनाने लगे. जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने शनिवार को तालानगरी स्थित कलश फार्म हाउस में श्री गणेश जी की विधि-विधान से पूजा अर्चना, दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण कर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का शुभारम्भ किया. सरकार प्रति जोड़े पर 51 हजार रुपये खर्च करती है.
वर-वधुओं को आर्शीवचन देते हुए डीएम ने बताया कि प्रधानमंत्री की मंशा है कि ऐसे गरीब व निर्धन परिवार जो शादी विवाह समारोह में होने वाले व्यय को वहन करने में सक्षम नहीं हैं, उनका भी विवाह समारोह सम्मानपूर्वक, परम्परागत व धार्मिक रीति-रिवाज से सम्पन्न हो सकें . प्रधानमंत्री की परिकल्पना को साकार करने के लिये कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना आरम्भ की गयी.इसी के तहत भव्य आयोजन किया जा रहा है.
जिलाधिकारी ने बताया कि योजना की पारदर्शिता के लिए इस बार ऑनलाइन आवेदन कराए गये हैं. विभागीय अधिकारियों द्वारा भौतिक सत्यापन भी किया गया है. इस योजना की सबसे खास बात यह है कि इसमें धर्म, जाति एवं वर्ग का कोई बंधन नहीं है. कोई भी पात्र व्यक्ति योजना में ऑनलाइन आवेदन कर सामूहिक विवाह योजना का लाभ प्राप्त कर सकता है. उन्होंने नवयुगल वर-वधुओं को आशीर्वाद देते हुए कहा कि अभी तक आप दो अलग-अलग परिवार व क्षेत्र से रहे हो. आज विवाह के गठबंधन में बंधकर अपने जीवन की एक नई पारी की शुरूआत कर रहे हो. ऐसे में आप सभी को मुख्यमंत्री समेत पूरे जिला प्रशासन की ओर से आगामी सुखमय वैवाहिक जीवन के लिये हार्दिक बधाई व आशीर्वाद हैं. उन्होंने समस्त जनपदवासियों से अपील करते हुए कहा कि जो भी पात्र योजना का लाभ नहीं ले सके हैं . वह जल्द से जल्द ऑनलाइन आवेदन करें, जिला प्रशासन द्वारा जल्द ही ऐसा भव्य सामूहिक विवाह समारोह आयोजित कर उन्हें लाभान्वित किया जाएगा.
Also Read: अलीगढ़: शहीद सचिन के अंतिम दर्शन को उमड़ा जन सैलाब, परिवार को सरकार देगी 50 लाख की आर्थिक मददजिलाधिकारी ने वर-वधुओं को उपहार स्वरूप दिये जाने वाले सामान की गुणवत्ता देखी. भोजन प्रांगण में लगाए गये विभिन्न स्टॉल का निरीक्षण किया. गोलगप्पे और चीला का स्वाद चखा. डीएम ने वर-वधुओं के परिजनों से मोबाइल लेकर उनको सेल्फी दी. जिला समाज कल्याण अधिकारी संध्या रानी बघेल ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशन एवं जिलाधिकारी के मार्गदर्शन में शनिवार को लगभग 700 जोड़ों का विवाह कराया गया है, जिसमें से लगभग 65 जोड़ों का निकाह मुस्लिम रीति-रिवाज से सम्पन्न हुआ है. सरकार द्वारा प्रति जोड़े पर 51 हजार रूपये का व्यय किया जाता है, जिसमें 35 हजार रूपये खाते में, 10 हजार रूपये का आवश्यक सामान और 6000 रूपये विवाह समारोह के आयोजन में व्यय किये जाते हैं.