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पंचतत्व में विलीन हुए शहीद BSF जवान रवींद्र कुमार, पत्नी समेत पुत्र-पुत्री ने सलामी देकर की अंतिम विदाई

हजारीबाग के मेरु का BSF जवान रवींद्र कुमार का पार्थिव शरीर जब गांव पहुंचा, तो भारत माता की जय से पूरा इलाका गूंज उठा. शहीद जवान के पार्थिव शरीर को पत्नी, पुत्र और पुत्री ने सलामी कर अंतिम विदाई दी. वहीं, जिला प्रशासन व BSF जवान ने श्रद्धासुमन अर्पित किया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 18, 2021 5:06 PM

Jharkhand News (शंकर प्रसाद, हजारीबाग) : BSF के जवान रवींद्र कुमार का पार्थिव शरीर बुधवार को पैतृक गांव हजारीबाग के मेरु पहुंचा. तिरंगा से लिपटे पार्थिव शरीर के गांव पहुंचते ही पूरा इलाका रवींद्र कुमार अमर रहे, भारत माता की जय, BSF जिंदाबाद के नारे से गूंज उठा. पार्थिव शरीर को BSF के जवान व पुलिस प्रशासन ने श्रद्धासुमन अर्पित किया. वहीं, शहीद जवान की पत्नी, पुत्र और पुत्री ने सलामी देकर अंतिम विदाई दी.

अंतिम संस्कार के दौरान श्मशान घाट में BSF के जवानों ने हवा में फायरिंग कर अंतिम सलामी दी. शहीद जवान के पुत्र राजकुमार ने मुखाग्नि दी. बता दें कि शहीद रवींद्र कुमार छत्तीसगढ़ के रायपुर हेड क्वार्टर फंटियर में BSF के एंटी नक्सल टीम में पोस्टेड थे.

इधर, हजारीबाग के मेरु में शहीद रवींद्र कुमार के पार्थिव शरीर की एक झलक पाने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी. शहीद रवींद्र के आवास पर सुबह से ही तांता लगा रहा. रवींद्र कुमार के शहीद होने की जानकारी मिलते ही पूरा गांव शोक में डूब गया. ग्रामीणों का कहना है कि रवींद्र ने अपने देश और देशवासियों को सुरक्षा करते हुए शहीद हुआ है. इससे गांव के सभी लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. मेरु गांव में ही शहीद रवींद्र का जन्म हुआ था, लेकिन शहीद देश के लिए हुए.

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रवींद्र को दिया सलामी 

शहीद रवींद्र के पार्थिव शरीर के गांव पहुंचते ही जवान की पत्नी बसंती देवी, बेटी परी और पुत्र राजकुमार ने जब सलामी दिया, तो पूरा माहौल गमगीन हो गया. सभी के आंखों से आंसू छलक गये. पत्नी बसंती ने कहा कि मेरे पति देश के प्रति ईमानदारी से कर्तव्य को निभाया है. इससे हमें और हमारे परिवार के लोग गर्व महसूस करते हैं. वह परिवार का अकेला कमाने वाला था. उसके शहीद होने से अब परिवार में खालीपन आ गया है. परिवार के सदस्यों ने सरकार से मदद मांगी है.

Posted By : Samir Ranjan.

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