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बांका गेस्ट हाउस में फर्जी सरकारी कार्यालय का खुलासा, मास्टर माइंड भोला व अलका गिरफ्तार

एसपी डा. सत्यप्रकाश ने इस संदर्भ में रविवार को संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर पूरी जानकारी दी. 17 अगस्त को इस मामले में बांका थाना में एक प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी थी. जिसमें ठगी गिरोह के मुख्य सरगना भोला यादव व अलका कुमारी भी नामजद थे और तब से फरार चल रहे थे.

अनुराग गेस्ट हाउस में लंबे समय से फर्जी कार्यालय चलाने व अपने स्टाफ को फर्जी तौर पर पुलिस की वर्दी में शहर घुमाने वाला मास्टर माइंड भोला यादव व उसकी महिला साथी अलका कुमारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ्तारी शनिवार की देर रात सुल्तानगंज से हुई. पुलिस ने मोबाइल ट्रेकिंग व अनुसंधान के अलग-अलग माध्यमों से दोनों का ठिकाना निकाला था. इसके साथ ही पूरे घटनाक्रम का पुलिस ने अंतिम रूप से उद्भेदन भी कर लिया.

एसपी डा. सत्यप्रकाश ने इस संदर्भ में रविवार को संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर पूरी जानकारी दी. 17 अगस्त को इस मामले में बांका थाना में एक प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी थी. जिसमें ठगी गिरोह के मुख्य सरगना भोला यादव व अलका कुमारी भी नामजद थे और तब से फरार चल रहे थे. दोनों का घर फुल्लीडुमर थाना क्षेत्र के लौरिया गांव है. अलका कुमारी के पति रमेश कुमार भी इस मामले में पहले से ही जेल में बंद हैं.

दोनों के पास से ठगी का 40 हजार नकदी, डायरी व अन्य कागजात की बरामदगी की गयी है. एसपी ने बताया कि इनके माध्यम से संगठित रूप से सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर भोले-भाले आम जनता को ठगी का शिकार बनाया जाता था. इसके लिए अनुराग गेस्ट हाउस में एक रुम किराया पर लेकर फर्जी तौर पर सरकारी कार्यालय खोल दिया था.

इनके ठिकाने पर पूर्व में प्रधानमंत्री आवास योजना, राशन कार्ड, आवेदन पत्र, उपस्थिति पंजी, पासबुक, चेकबुक, बिहार राज्य खाद्य निगम का रजिस्टर, सरकारी जमीन पर बने दुकान का आवंटन, पोस्टर, आधार कार्ड, निर्वाचन प्रमाण पत्र की छायाप्रति सहित अन्य कागजात मिले थे. पूछताछ में बताया गया कि ये लोग आम लोगों को झांसा देने के लिए चौकीदार व सिपाही के ड्रेस में गार्ड गेट पर रखा करते थे.

आम लोगों को यह विश्वास हो कि यह वाकई सरकारी कार्यालय ही है. मामला संज्ञान में आने के बाद एसपी ने एसडीपीओ, बांका थानाध्यक्ष व तकनीकी शाखा की एक टीम गठित कर इसके अनुसंधान व अंतिम उद्दभेदन का निर्देश दिया था. जिसका पर्दाफाश अंतिम रूप से कर लिया गया. इस मौके पर थानाध्यक्ष शंभु प्रसाद यादव व अन्य पुलिस अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे.

पांच पहले से जेल में बंद

17 अगस्त को इस मामले में पुलिस ने फर्जी पुलिस वर्दी में ग्राम खानपुरमल थाना बाथ जिला भागलपुर निवासी आकाश कुमार पिता अशोक कुमार मांझी, ग्राम दुधघटिया थाना फुल्लीडुमर के निवासी फर्जी महिला सिपही अनिता देवी पति मुकेश मुर्मू, सहयोगी गांव खानपुर मल थाना बाथ जिला भागलपुर निवासी जूली कुमारी पिता अजय मांझी, फर्जी मुंशी के रुप में साकिन लोढ़िया थाना फुल्लीडुमर निवासी रमेश कुमार पिता उमेश चंद्र व ग्राम पथाय थाना फुल्लीडुमर निवासी वकील मांझी पिता हुरो मांझी को गिरफ्तार किया था, जो अभी भी जेल में बंद हैं.

पूर्व में इन सामग्रियों की हुई थी बरामदगी

  • देसी कट्टा – 1

  • पुलिस वर्दी – 4 सेट, जिसमें दो सेट महिला पुलिस वर्दी

  • प्रधानमंत्री आवास योजना का आवेदन – 500

  • पीडीएस रजिस्टर

  • बांका बीडीओ के हस्ताक्षर से बना निर्वाचन प्रमाण पत्र-40

  • प्रखंड जदयू अध्यक्ष फुल्लीडुमर अल्का कुमारी के नाम से मोहर

  • यूको बैंक का चेक – 4 लीफ सेट

  • एसएफसी का रजिस्टर

  • पीडीएस दुकान का कागजात

  • मोबाइल – 5 पीस

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