Mathura News: मथुरा जनपद के राया के पटाखा बाजार में दिवाली के दिन भीषण अग्निकांड में झुलसे लोगों की मौत की संख्या बढ़ती जा रही है. घायल हुए लोगों में 17 वर्षीय किशोर की मौत के बाद अब मृतकों की संख्या पांच हो गई है. इस किशोर ने दिल्ली के एम्स में दम तोड़ दिया. अभी सात का इलाज जारी है. जिला प्रशासन की ओर से इस मामले में मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की गई. लेकिन, अभी तक आग लगने के जिम्मेदारों पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है. दीपावली के दिन राया कस्बे के गोपाल बाग में लगे पटाखा बाजार में भीषण आग लगी थी. इस हादसे में करीब 12 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से झुलस गए थे, जिन्हें घायल स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसमें कुछ लोग आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भी भर्ती हैं. झुलसे हुए लोगों में नौहझील के रहने वाले 17 वर्षीय राजेश का इलाज दिल्ली में चल रहा था. गुरुवार को राजेश ने भी दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया. अभी राजेश के भाई और पिता का भी इलाज चल रहा है. राजेश के साथ उसके पिता और दो भाई भी झुलस गए थे. गंभीर रूप से झुलसे राजेश के पिता मोहन सिंह ने राया में पटाखा की दुकान लगाई थी. यहां दुकान पर उनके बेटे रिंकू, राजेश और जतिन मौजूद थे. दिवाली के दिन लगी आग में मोहन सिंह और उनके तीनों बेटे झुलस गए जिसमें राजेश की मौत हो गई.
मथुरा के राया में हुए अग्निकांड हादसे में मंगलवार को मुरसान हाथरस के रहने वाले दो सगे भाई सुशील और ठाकुरदास की मृत्यु हो गई थी. वहीं बुधवार को सहायक अध्यापक श्रीपाल भारद्वाज और पप्पू की मौत हुई. इसके बाद गुरुवार को 17 वर्षीय राजेश ने भी दम तोड़ दिया. राजेश हादसे में मंगलवार को जान गवाने वाले सुशील और ठाकुरदास का भांजा था. तीन रिश्तेदारों की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है. पूरा गांव उनकी मौत के बाद से शोक में डूबा हुआ है.
बता दें कि राया हादसे में अब तक करीब पांच लोगों की मौत हो चुकी है. और सात घायलों का इलाज अभी भी जारी है. अस्पताल में भर्ती घायलों में अभी भी कई की हालत गंभीर बनी हुई है. घायलों का इलाज दिल्ली के एम्स सफदरगंज और आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में चल रहा है.
राया हादसे में जिला प्रशासन द्वारा देवी आपदा कोश से मृतकों के परिवार को चार-चार लाख रुपए की आर्थिक मदद करने का ऐलान किया गया. लेकिन अभी तक हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर लापरवाही बरतने पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है. पटाखा बाजार में आग लगे पर कई सवाल उठ रहे हैं. जिसमें पटाखा बाजार में मानकों को तक पर क्यों रखा गया. दुकान बनाने में लापरवाही क्यों की गई. क्या एसडीएम मांट और सीओ महावर ने एक भी बार पटाखा बाजार का दौरा नहीं किया.