Mathura News: धर्म नगरी मथुरा में हुए यस अपहरण कांड का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया. यस के चाचा ने फिरौती के लिए अपने दो साथियों के साथ मिलकर भतीजे का अपहरण किया था. पुलिस ने सोमवार को अपहरण कांड का खुलासा करते हुए अपराधी को जेल भेज दिया. वहीं इस मामले में दो अपराधी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस टीम लगी हुई है.
बता दें, मथुरा जिले के थाना गोविंद नगर क्षेत्र के सरस्वती कुंड जमुना विहार कॉलोनी निवासी परमानंद शर्मा के 8 वर्षीय पुत्र यश शर्मा का 11 मार्च को सुबह करीब 10:00 बजे घर के सामने से अपहरण हो गया था. उसी दिन करीब सवा बजे परमानंद के मोबाइल पर यश शर्मा की रिहाई के लिए ₹600000 की फिरौती मांगी गई थी, जिसके बाद पीड़ित पिता ने अपहरण की जानकारी पुलिस को दी तो पुलिस तत्काल एक्टिव हो गई और अपनी टीमें बनाकर यश शर्मा की तलाश में जुट गई.
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मथुरा के एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने बताया कि हाइवे स्थित केडी मेडिकल कॉलेज के थाना गोविंद नगर क्षेत्र के मसानी चौराहा कच्ची सड़क निवासी राहुल और रॉबिन पंडित को अपहरण के मामले में गिरफ्तार किया गया है. आरोपी राहुल रिश्ते में परमानंद शर्मा के चाचा रामप्रकाश का पुत्र है. राहुल ने फिरौती वसूलने को अपने ही साथी वृंदावन निवासी गोपाल और बिहार के रहने वाले शिवम के साथ मिलकर यश के अपहरण कांड को अंजाम दिया था.
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पुलिस ने बताया राहुल और गोपाल दोनों काफी दिनों से एक दूसरे के परिचित थे. राहुल 6 महीने से फरीदाबाद में नगला गुजरान चाचा चौक में किराए के मकान में रह रहा था और वहीं पर एक फैक्ट्री में काम करता था. शिवम से राहुल की मुलाकात फरीदाबाद में हुई जबकि यस पहले से राहुल को जानता था. राहुल और शिवम मोटरसाइकिल पर यश को आराम से बैठा कर ले गए. उस समय उनके साथ गोपाल भी था. यहां से यस को फरीदाबाद ले गए और फरीदाबाद पहुंच कर फिरौती के लिए कॉल किया.
फरीदाबाद से शिवम यश को लेकर आगरा होते हुए फिरोजाबाद पहुंचा. वहां राहगीरों को गुमराह करके उनके मोबाइल से फिरौती के लिए कॉल भी कर रहा था. यस अपहरण कांड में पुलिस को मिली सफलता के बाद एडीजी जोन राजीव कृष्ण ने पुलिस टीम को ₹50000 का इनाम देने की घोषणा की है.
रिपोर्ट- राघवेंद्र सिंह गहलोत, आगरा