मथुरा: एक्सप्रेस वे पर पत्थरबाज लुटेरों को पकड़ने के लिए पेड़ों पर चढ़े पुलिसकर्मी, रखी जा रही पैनी नजर
अपराधियों की धड़ पकड़ के लिए पुलिस को दबिश देते तो आपने कई बार देखा होगा. लेकिन, मथुरा में एक्सप्रेस वे पर लुटेरों को पकड़ने के लिए पुलिस ने खास तैयारी की है. इसके लिए जहां सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी जगह जगह तैनात हैं, वहीं पेड़ों, झाड़ियों में छिपकर भी बदमाशों पर नजर रखी जा रही है.
Mathura: यमुना एक्सप्रेसवे पर मथुरा क्षेत्र में लुटेरों ने अलग तरह से लूट करना शुरू कर दिया है. इसकी निगरानी के लिए एक्सप्रेसवे पर जगह-जगह पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं. जमीन से लेकर पेड़ पर चढ़कर काफी दूर तक यह पुलिसकर्मी लुटेरों की निगरानी करते नजर आ रहे हैं. पुलिस ने ये कदम लुटेरों द्वारा अपनाई जा रही नई तकनीक के बाद उठाया है.
यमुना एक्सप्रेसवे पर जगह-जगह मथुरा पुलिस तैनात है. वहीं इसके अलावा सर्विस रोड और खेतों में भी पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. एसओजी के जवान पेड़ों पर चढ़कर एक्सप्रेसवे की निगरानी कर रहे हैं. क्योंकि एक्सप्रेसवे पर लुटेरों ने नए तरीके से लूट की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया है.
इसके मद्देनजर मथुरा पुलिस ने भी अपनी मुस्तैदी के लिए अलग तरह का कदम उठाया है. एसएसपी के आदेश पर पुलिसकर्मी कहीं वर्दी तो कहीं सादे कपड़ों में लुटेरों पर नजर बनाए हुए हैं. एसओजी के जवान रात भर पेड़ों पर बैठकर एक्सप्रेस वे पर बदमाशों पर नजर बनाए हुए हैं, जिससे उनके दाखिल होते ही धड़पकड़ की जा सके.
दरअसल कुछ दिन पहले एक्सप्रेसवे पर लूट की दो वारदातों को अंजाम दिया गया था. इसमें 29 मई को दिल्ली निवासी इंजीनियर शैलेंद्र और उनके परिवार से लूट हुई. इसके बाद पत्थरबाज लुटेरों ने 1 जून की रात को फिरोजाबाद के परचून व्यापारी रामविलास को अपना शिकार बनाया था.
लुटेरों का लूट का नया तरीका बेहद सुर्खियों में हैं. इसमें वह एक्सप्रेस वे पर चलती हुई गाड़ी पर पहले पत्थर मारते हैं. फिर जब गाड़ी चलाने वाला यात्री गाड़ी रोक कर बाहर आता है, तो उसे हथियार के बल पर घेरकर लूट लेते हैं.
इस तरह की वारदात के बाद आईजी और एसएसपी ने घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया था. इसके बाद लुटेरों के वारदात के तरीके को अच्छी तरह समझकर कदम उठाने का फैसला किया गया. इसी कड़ी में अब एसएसपी ने एक्सप्रेस वे पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम करते हुए 150 पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया. इसके अलावा बदमाशों को पकड़ने के लिए पांच टीमें लगा दी गई हैं. एसएसपी खुद वारदातों के खुलासे के लिए मॉनिटरिंग कर रहे हैं.