Mathura Tourist Places: मथुरा भारत के सबसे महत्वपूर्ण और खूबसूरत शहरों में से एक है जो उत्तर प्रदेश में स्तिथ है. मंदिरों की नगरी के नाम से जाना जाने वाले मथुरा भारत का एक महतपूर्ण तीर्थ स्थल और पर्यटन स्थल भी है. यह एक हिंदू धार्मिक स्थल होने के साथ ही बौद्धों और जैनों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण स्थान है. यहां की जाने वाली शाम की आरती और नदी के पानी पर तैरते फूलों के साथ लाखों दीये एक अपूर्व दृश्य साथ पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है.
कृष्ण जन्म भूमि मंदिर मथुरा का प्रमुख मंदिर
कृष्ण जन्म भूमि मंदिर” को हिंदू देवता भगवान कृष्ण के जन्मस्थान के रूप में जाना जाता है. भगवान कृष्ण विष्णु के 8 वें अवतार थे, जो मथुरा में एक जेल की कोठरी में पैदा हुए थे. अब उस जेल की कोठरी वाले स्थान पर एक मंदिर है, जहां पर हर साल लाखों पर्यटक और श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. कृष्ण जन्म भूमि मंदिर मथुरा के सबसे प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक हैं यहाँ पर हर साल जन्माष्टमी और होली के त्योहार के समय भारी संख्या में तीर्थयात्री आते हैं.
मथुरा का धार्मिक स्थल द्वारकाधीश मंदिर
द्वारकाधीश मंदिर मथुरा का एक नया मंदिर है जिसका निर्माण लगभग 150 साल पहले भगवान कृष्ण के एक भक्त ने करवाया था. मानसून की शुरुआत में यह मंदिर अपने अद्भुत झूले उत्सव के लिए जाना-जाता है. इस मंदिर में भगवान कृष्ण की मूर्ति को “द्वारका के राजा” रूप में सजाया गया है और उन्हें यहाँ बिना मोर के पंख और बांसुरी के साथ दिखाया गया है.
राधा कुंड मथुरा का धार्मिक स्थल
राधा कुंड मथुरा का एक बहुत ही प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है जिसको भारत में वैष्णवों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थान माना जाता है. यह शहर मथुरा के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों में से एक हैं. राधा कुंड का इतिहास राधा और कृष्ण के दिनों का है जो उनके प्रेम के बारे में बताता है. यहाँ पर हर साल हजारों पर्यटक घूमने के लिए आते हैं.
मथुरा के पर्यटक स्थल
दोस्तों कृष्ण भगवान विष्णु के आठवें अवतार थे ,इस मथुरा में अनेकों मंदिर है. यहां पर कृष्ण के मामा कंस का राज पाठ भी यही था. यहां पर कई सारे चमत्कारी मंदिर है.मथुरा में आपको आस्था और धर्म का अनूठा संगम देखने को मिलेगा. दुनिया भर से लोग इस जगह पर घूमने आते हैं. अगर आप मथुरा जा रहे हैं तो अपनी सुविधा अनुसार इन जगह पर जरूर घूमने जाएं.
गोवर्धन पहाड़ी मथुरा में देखे जाने वाला पर्यटन स्थल
गोवर्धन हिल मथुरा से 22 किमी दूर वृंदावन के पास स्थित है जो यहां आने वाले पर्यटकों द्वारा सबसे ज्यादा देखे जाने वाले पर्यटन स्थलों में से एक है. इस पहाड़ी का उल्लेख हिंदू धर्म के कई प्राचीन ग्रंथों में मिलता है और इसे वैष्णवों के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है. इतिहास की माने तो एक बार मथुरा के अपने गांव को भयंकर बारिश और आंधी से बचाने के लिए भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पहाड़ी को अपनी एक उंगली पर उठा लिया था. इस पर्वत को बेहद पवित्र माना जाता है और गुरु पूर्णिमा के मौके पर गोवर्धन पूजा में भक्तों द्वारा इस पर्वत 23 किलोमीटर नंगे पैर पैदल चलकर चक्कर लगाते हुए भक्ति यात्रा की जाती है. भगवान कृष्ण ने अपने गाँव को बचाने के बाद सभी लोगों से इस पहाड़ी की पूजा करने के लिए कहा था, यही कारण है कि आज भी दिवाली के एक दिन बाद गोवर्धन पूजा जरुर की जाती है.
मथुरा टूरिस्ट प्लेस मथुरा संग्रहालय मथुरा
मथुरा संग्रहालय मथुरा शहर में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली जगहों में से एक हैं. इस संग्रहालय का निर्माण वर्ष 1874 में किया गया जो अपनी अनूठी वास्तुकला और महत्वपूर्ण कलाकृतियों के लिए जाना जाता है जिसकी वजह से यह भारत सरकार द्वारा जारी किए गए डाक टिकटों पर भी दिखाई दिया है. इस संग्रहालय में कुषाण और गुप्त साम्राज्य के प्राचीन पुरातत्व निष्कर्ष हैं.
कुसुम सरोवर मथुरा में घुमने की जगह
कुसुम सरोवर मथुरा में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली जगहों में से एक हैं जो गोवर्धन और राधा कुंड के बीच स्थित है. बता दें कि सरोवर एक सुंदर जलाशय है जिसका निर्माण राजसी बलुआ पत्थर से किया गया है. इसके जलाशय में सीढ़ियां लगी हुई है जिसका इस्तेमाल तालाब में उतरने के लिए किया जा सकता है. मथुरा आने वाले पर्यटक कुसुम सरोवर में तैराकी और डुबकी भी लगाते हैं. इस सरोवर के पास कई मंदिर भी है जो मथुरा यात्रा के समय देखे जा सकते हैं.
मथुरा के दर्शनीय स्थल रंगजी मंदिर मथुरा
रंगजी मंदिर वृंदावन में मथुरा मार्ग पर स्थित है. यह मंदिर भगवान श्री गोदा रणगामणार को समर्पित है जो कि भगवान विष्णु के एक अवतार है. रंगजी मंदिर की वास्तुशिल्प दक्षिण भारतीय पैटर्न का पालन करता है. लेकिन इसका बाहरी डिजाइन उत्तर भारतीय पैटर्न का है.
मथुरा में लोकप्रिय जगह जमा मस्जिद
मथुरा की जमा मस्जिद एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल है जिसका निर्माण वर्ष 1661 में अब्द-उन-नबी खान द्वारा किया गया था जो औरंगजेब का तत्कालीन गवर्नर था. यह मस्जिद मथुरा में घूमने के लिए एक लोकप्रिय जगह है और हर दिन सैकड़ों पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है. मस्जिद चार मीनारों से सुशोभित है जो अपनी मत्रमुग्ध कर देने वाली वास्तुकला के साथ मिलकर इस सरंचना को देखने लायक बनती ही.
मथुरा घूमने के लिए सही समय
मथुरा पुरे बर्ष में किसी भी समय यात्रा किया जा सकता है, लेकिन मथुरा घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक है जो सर्दियों का मौसम होता है. इन महीनों में मौसम ठंडा रहता है जो घूमने के लिए विल्कुल आदर्श होता है. गर्मियों के मौसम के दौरान तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहंच जाता है जो घूमने के लिए सही नहीं है. मथुरा में बारिश का मौसम जुलाई से सितंबर तक रहता है और यहाँ भरी बारिस होती है. तापमान दिन में 32 डिग्री सेल्सियस तक रहता है और रात में 25 डिग्री तक रहता है.
मथुरा कैसे पहंचे
वायु मार्ग : नजदीकी हवाई अड्डा आगरा का खेरिया हवाई अड्डा है जो मथुरा से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ है. यह हवाई अड्डा दिल्ली सहित भारत के कई प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है.
रेल मार्ग : मथुरा जंक्शन मथुरा का प्रमुख रेलवे स्टेशन है जो दिल्ली, कोलकाता, लखनऊ और आगरा सहित भारत के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है.
सड़क मार्ग : मथुरा उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों के साथ साथ आसपास के राज्य से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. यहाँ के लिए उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों से बसें उपलब्ध हैं.