पेड़ काटने का मामला फिर पकड़ा तूल, खूंटी के टोडंकेल गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने डीसी को सौंपा ज्ञापन
jharkhand news: पेड़ काटने से रोकने को लेकर खूंटी के टोडंकेल गांव के ग्रामीण एकजुट हुए. मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण डीसी को ज्ञापन सौंपकर इसपर रोक लगाने की मांग की. इस दौरान प्रशासन द्वारा इन ग्रामीणों को रोका भी गया.
Jharkhand news: खूंटी जिला अंतर्गत टोडंकेल गांव स्थित आम बगीचा से पेड़ काटने को लेकर उठा विवाद मंगलवार को एक बार फिर जोर पकड़ लिया. टोडंकेल के सैकड़ों ग्रामीण टोड़केल बगीचा में इकट्इा हुए. यहां से सैकड़ों ग्रामीण जुलूस की शक्ल में समाहरणालय जाकर डीसी को ज्ञापन सौंपना चाहते थे. इसकी सूचना मिलने पर तत्काल सीओ मधुश्री मिश्र और थाना प्रभारी पिंकु कुमार यादव मौके पर पहुंचे. काफी देर तक उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण समाहरणालय जाने की बात पर अड़े रहे.
ग्रामीणों को रोका गया
ग्रामीणों की मांग थी कि वे डीसी से मिलकर पेड़ नहीं काटने को लेकर मांग पत्र सौंपेंगे. सीओ और थाना प्रभारी ने आश्वासन दिया कि किसी भी कीमत पर अब पेड़ नहीं कटेगा. इसके बाद भी ग्रामीण डीसी से मिलकर उनसे आश्वासन लेना चाह रहे थे. कुछ देर बाद सैकड़ों महिला-पुरुष समाहरणालय जाने के लिए निगल गये. रास्ते में बेरिकेटिंग कर उन्हें रोकने का प्रयास किया गया. कुछ ग्रामीण रूक भी गये. उनसे एसडीओ सैयद रियाज अहमद, डीसीएलआर जितेंद्र मुंडा और एसडीपीओ अमित कुमार ने बातचीत कर समझाने का प्रयास किया.
एसडीओ का आश्वासन
एसडीओ सैयद रियाज अहमद ने पेड़ नहीं काटे जाने को लेकर लिखित आश्वसान भी दिया. उन्होंने बताया कि उनके स्तर से पेड़ नहीं काटने के लिए आदेश भी जारी कर दिया गया है. उन्होंने भरोसा दिया कि अगर पेड़ काटने का प्रयास किया गया, तो कानूनी कार्रवाई की जायेगी. इसके बाद भी ग्रामीण अड़े रहे.
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डीसी को सौंपा ज्ञापन
कई ग्रामीण तो खेतों से होकर समाहरणालय तक पहुंच भी गये. वहीं, कुछ ने सदर अस्पताल के समक्ष सड़क को कुछ देर के लिए जाम कर दिया गया. पुलिस ने उन्हें समझा-बुझा कर वहां से हटाया. पूरे दिन प्रशासन और ग्रामीणों के बीच खींचतान चलता रहा. ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल ने डीसी से मुलाकात कर ज्ञापन भी सौंपा. शाम में मामला शांत हो गया.
क्या है मामला
टोडंकेल गांव स्थित बगीचा में अपना निजी जमीन होने का दावा कर नकुल भगत पेड़ कटवा रहे थे. इसके लिए उन्होंने वन विभाग से अनुमति भी लिया था. पेड़ कटना भी शुरू हो चुका था. जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया. रविवार को विरोध करते हुए ग्रामीण थाना भी पहुंच गये थे. जिसके बाद ग्रामीणों की मांग पर पेड़ काटे जाने के अनुमति को निरस्त कर दिया गया. इस संबंध में ग्रामीण डीसी से मिलकर ज्ञापन देने को लेकर मंगलवार को एकजुट हुए थे.
Posted By: Samir Ranjan.