Mauni Amavasya 2022: आज भी मनाई जा रही है मौनी अमावस्या, जानिए व्रत का समय, महत्व व शुभ मुहूर्त
Mauni Amavasya 2022 Date, Puja Timings: हिंदू धर्म में माघ मास का खास महत्व है. माघ का पवित्र महीना शुरू हो चुका है. माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या मौनी अमावस्या कहलाती है. इस बार 1 फरवरी को होगा। यह सबसे प्रमुख स्नान पर्व है.
Mauni Amavasya 2022 Date, Puja Timings: हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास की अमावस्या तिथि यानी मौनी अमावस्या स्नान इस बार 1 फरवरी को होगा. यह सबसे प्रमुख स्नान पर्व है. जिसमें श्रद्धालु पवित्र नदियों में डुबकी लगाते हैं.
Mauni Amavasya 2022 Date in India: 31 जनवरी से मौनी अमावस्या की शुरुआत
हिंदू पंचांग के अनुसार, अमावस्या (Mauni Amavasya 2022) तिथि की शुरुआत 31 जनवरी को दोपहर 02 बजकर 19 मिनट पर हो रही है. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, अगर सोमवार को सूर्यास्त के पहले कुछ पहल के लिए ही अगर अमावस्या तिथि लग रही है, तो उसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है. इस दिन अमावस्या तिथि दोपहर बाद लग रही है, ऐसे में इस तिथि में पितरों के कार्य किए जा सकते हैं. जिस दिन अमावस्या तिथि सुबह लग रही हो उस दिन देव पूजन के कार्य उत्तम माने जाते हैं.
Mauni Amavasya 2022 Date in India: कब है मौनी अमावस्या 2022
हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya 2022 Date) कहा जाता है. मौनी अमावस्या तिथि 31 जनवरी, सोमवार को दोपहर 02:18 मिनट से शुरू जाएगी. इसका समापन 1 फरवरी 2022, मंगलवार को दोपहर 11:15 पर होगा. लेकिन सूर्य उदया तिथि 1 फरवरी को होने से 1 फरवरी को ही स्नान व दान का योग बन रहा है.
Mauni Amavasya 2022: बन रहा है विशेष योग
मंगलवार को अमावस्या तिथि के दिन महोदय नामक शुभ योग भी बन रहा है, जिसके कारण इस दिन का महत्व बढ़ रहा है। मंगलवार की रात को पंचक लग रहे हैं। स्नान व दान आदि की प्रक्रिया मंगलवार यानी 1 फरवरी को जाएगी।
Mauni Amavasya 2022: मौनी अमावस्या का क्या है महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मौनी अमावस्या के दिन गंगा स्नान का विधान है. इस दिन गंगा स्नान के बाद व्रत किया जाता है. मौन व्रत में रहकर भगवान की उपासना की जाती है. साथ ही लोग पवित्र नदी के किनारे पितरों का तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध करते हैं. कहते हैं कि जो लोग पितृ दोष से पीड़ित हैं उन्हें ये उपाय करना चाहिए.