कानपुर. महापौर प्रमिला पाण्डेय ने मेट्रो के अधिकारियों को पेड़ काटने के लिए तलब कर लिया.बिना इजाजत के सड़क किनारे लगे सैकड़ों हरे पेड़ों को कटवाने के लिए उनको बंद कमरे में बिना एसी- पंखा के बैठाए रखा. मेयर द्वारा दिए गए इस ‘सबक’ से अधिकारियों के पसीने छूट गए. शहर की प्रथम महिला भी अनूठी सजा देकर सुर्खियों में आ गईं.
महापौर प्रमिला पांडेय ने शुक्रवार को पेड़ काटने पर मेट्रो के अफसरों को तलब कर लिया.फिर मीटिंग हॉल में अफसरों को 1 घंटे तक बिना AC और पंखे के बिठाए रखा. मेयर ने अफसरों से कहा कि जब तक आप लोग पेड़ काटने का सही कारण नहीं बताते हैं, तब तक किसी को जाने नहीं दिया जाएगा. दरअसल, अफसरों ने 1 महीने पहले मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए 118 पेड़ कटवा दिए थे.महापौर ने बताया कि जूही नहरिया से नौबस्ता तक मेट्रो अधिकारियों ने कई पेड़ काट दिए थे.पेड़ काटने के बाद लोगों के घर के सामने उसे डाल दिया गया. इससे परेशान होकर लोगों ने उनसे शिकायत की थी. इसके बाद अफसरों को मीटिंग में बुलाया था. सरकार लगातार कह रही है कि एक पेड़ काटने पर 10 पौधे लगाए जाएं, तो मेट्रो के अफसरों ने ऐसा क्यों नहीं किया? अफसरों ने लापरवाही दिखाते हुए नगर निगम के पार्क को भी बर्बाद कर दिया है.
महापौर ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि हमने पहले कार्यकाल में भी मेट्रो अफसरों के साथ मीटिंग में बदहाल पार्क का मुद्दा उठाया था. तब अफसरों ने पार्क को सही कराने आश्वासन दिया था. लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ. नगर निगम का पार्क बर्बाद करने के बावजूद मेट्रो के अफसरों का रवैया लापरवाह बना हुआ है.मीटिंग में अपर नगर आयुक्त सूर्यकांत त्रिपाठी, चीफ इंजीनियर मनीष अवस्थी और डीएफओ भी मौजूद रहीं.
कानपुर मेट्रो के पहले कॉरिडोर में आईआईटी से मोतीझील के बीच 9 स्टेशन हैं. पहले कॉरिडोर में 21 स्टेशन बनने हैं. दूसरे कॉरिडोर में 8 स्टेशन बनाए जाएंगे. दोनों कॉरिडोर बनाने की लागत 11,076 करोड़ रुपए आएगी.