Jharkhand News: झारखंड के साहिबगंज सदर प्रखंड के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गोशाला महादेवगंज के समीप 50 हजार लीटर क्षमता वाला डेयरी प्लांट बनकर तैयार है. अब उद्घाटन का इंतजार है. सभी मशीनों की जांच की जा चुकी है. इस प्लांट से दूध उत्पादकों को काफी फायदा होगा. आपको बता दें कि इस डेयरी प्लांट की आधारशिला पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2017 में रखी थी. 34 करोड़ की लागत से इस प्लांट का निर्माण किया गया है. गंगा की नगरी में दूध का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है.
मेधा डेयरी प्लांट के लिए अब तक 45 समिति का गठन किया गया है. जिसमें से 22 समिति द्वारा दूध का कलेक्शन ऑनलाइन मशीन के द्वारा किया जा रहा है. जिले में 22 समिति से प्रतिदिन 3300 लीटर दूध का कलेक्शन किया जा रहा है. दूध की क्वालिटी के हिसाब से दूध की दर उत्पादकों को दी जा रही है. सरकार ने 21 फरवरी से ही दुग्ध उत्पादकों को होली से पहले तोहफा देते हुए और डेयरी से जोड़ने के लिए दूध की दर में 2 रूपये 75 पैसे की बढ़ोतरी की है. क्वालिटी के हिसाब से 40 रुपये प्रति लीटर दूध की कीमत किसानों को दी जाती थी. अब 42.75 रुपये प्रति लीटर कीमत दी जायेगी.
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मार्च प्रथम सप्ताह से राजमहल, उधवा, तालझारी प्रखंड क्षेत्र के दुग्ध उत्पादकों व किसानों को डेयरी से जोड़ने के लिए मंगलहाट बीएमसी शुरू किया जायेगा. बीएमसी में दूध को ठंडा करने के लिए कूलिंग मशीन लगी रहती है, जिससे दूध कलेक्शन सेंटर से दूध टैंकर के माध्यम से लाकर बीएमसी में दूध को ठंडा करके सुरक्षित रखा जाता है, ताकि दूध का पोषक तत्व व प्रोटीन बना रहे व दूध सुरक्षित रहे. मंगलहाट बीएमसी से राजमहल, उधवा व तालझारी प्रखंड क्षेत्र सीधा जुड़ जायेगा. इन क्षेत्रो में अभी कोठिबगिचा, काजीगांव, इनायतपुर, गोसायगांव, जयराम डंगा, मखानी, संग्रामपुर, टेक बथान, डेढ़गांव, मलाही टोला, जोगिचक में समिति बनायी गयी है, जहां मशीन को स्थापित किया जा रहा है. मार्च प्रथम सप्ताह से इन समिति में दूध कलेक्शन शुरू हो जायेगा.
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राजमहल अनुमंडल क्षेत्र के मलाही टोला में डेयरी प्लांट के लिए दूध कलेक्शन सेंटर के लिए पहली महिला समिति का गठन किया गया है. इसमें अध्यक्ष उषा देवी, सचिव किरण देवी सहित सभी सदस्य महिला ही हैं. दर्जनों महिलाओं के कन्धों पर दूध कलेक्शन सेंटर की जिम्मेदारी रहेगी. महिलाएं समिति से जुड़कर डेयरी प्लांट के लिए दूध कलेक्शन करने का कार्य करेंगी. महिला दुग्ध उत्पादकों व महिला किसानों की आमदनी को बढ़ायेंगी और महिलाओं को जागरूक करेंगी. महिला समिति बनाने से महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी.
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डेयरी प्लांट के लिए दूध कलेक्शन को लेकर जिले में अभी 4 बीएमसी का निर्माण किया जा रहा है, जहां सभी दूध कलेक्शन सेंटर से दूध को लाकर बीएमसी में सुरक्षित रखा जायेगा. सदर प्रखंड क्षेत्र के महादेवगंज में पहला बीएमसी शुरू है, वहीं दूसरा बीएमसी राजमहल अनुमंडल क्षेत्र के मंगलहाट में बनकर तैयार है. मार्च प्रथम सप्ताह में इसकी शुरुवात होगी. इसके बाद पतना में बनाया जायेगा, जिसके लिए स्थल चयन पतना प्रखंड के धर्मपुर गांव में पुराना पंचायत भवन के रूप में हुआ है. बरहेट प्रखंड क्षेत्र के पंचकठिया शहीद स्थल समीप पुराना विद्यालय भवन को बीएमसी स्थल के रूप में चयनित किया है. डेयरी प्लांट के सीनियर ओएसडी हरेराम सिंह व अरुण कुमार सिंह जिले के प्रत्येक पंचायत के गांव में घूम-घूमकर समिति बनाने का कार्य कर रहे हैं और जागरूक करते हुए दूध कलेक्शन का कार्य करवा रहे हैं.
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तरल दूध की पाउच पैकिंग 41 टन लीटर प्रतिदिन
लस्सी और मक्खन दूध 5000 लीटर प्रतिदिन
दही की पैकिंग 2500 किग्रा प्रतिदिन
पनीर पैकिंग 500 किग्रा प्रतिदिन
इसके अलावा पेड़ा सहित दूध से बनी अन्य खाद्य सामग्री भी है.
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ओएसडी अरुण कुमार सिंह कहते हैं कि जिले में 45 समिति का गठन किया गया है. 22 समिति से 3300 दूध कलेक्शन प्रतिदिन हो रहा है. 21 फरवरी से सरकार दूध में 2.75 रुपया प्रति लीटर बढ़ोत्तरी की है, जिसका लाभ डेयरी प्लांट में दूध देने वाले किसानों को होगा. मंगलहाट बीएमसी मार्च के प्रथम सप्ताह में शुरू हो जायेगा. मलाही टोला में पहली महिला समिति का गठन किया है, जिसमें सभी सदस्य महिला ही हैं.
रिपोर्ट: नवीन कुमार