हरेंद्र ताऊ, किसान आंदोलन, संदेश- जिस कवि की कल्पना में, जिंदगी हो प्रेमगीत, उसको आज तुम नकार दो…
हरेंद्र ताऊ ने अपने अंदाज में किसान आंदोलन का समर्थन और केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध किया. उनके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए.
Harendra Tau: करीब एक साल तक चला किसान आंदोलन कई उतार-चढ़ाव का गवाह बना. केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लिया तो आंदोलन को स्थगित करने का फैसला लिया गया. कृषि कानूनों की वापसी को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर जमा किसानों की वापसी होने लगी है. इसी बीच कई नाम ऐसे रहे, जिन्होंने किसान आंदोलन के दौरान सुर्खियां बटोरी. उनमें से एक मेरठ के हरेंद्र ताऊ का हैं.
आप सोशल मीडिया से लेकर गूगल पर हरेंद्र ताऊ (Harendra Tau) सर्च करेंगे तो उनकी तसवीर सामने आ जाएगी. हरेंद्र ताऊ ने अपने अंदाज में किसान आंदोलन का समर्थन और केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध किया. उनके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए. आज भी उनके वीडियो पर यूजर्स कमेंट्स करते दिख जाते हैं. हरेंद्र ताऊ किसान आंदोलन के सोशल मीडिया पर स्टार बन गए हैं.
हरेंद्र ताऊ उत्तर प्रदेश के मेरठ से ताल्लुक रखते हैं. उनके पास जमीन के नाम पर एक बीघा का प्लॉट है. वो किसान आंदोलन से जुड़े और अपनी बातों से सोशल मीडिया पर छा गए. जब भी कोई आंदोलन स्थल पर आता तो हरेंद्र ताऊ के साथ सेल्फी खिंचवाने पहुंच जाता था. हरेंद्र ताऊ की मानें तो उन्होंने मोबाइल चलाना कुछ समय पहले सीखा है. लोगों से मिले प्यार से हरेंद्र ताऊ बेहद खुश भी होते हैं.
करीब एक साल से कृषि कानूनों की वापसी की मांग पर किसानों का जत्था दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर धरना दे रहा था. पीएम मोदी ने कृषि कानूनों की वापसी का ऐलान किया. इसके बाद किसानों ने धरना स्थगित करने की घोषणा की. शीतकालीन सत्र शुरू होते ही वायदे के अनुसार कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा संसद में की गई. इस फैसले के बाद 11 दिसंबर से किसानों ने लौटना शुरू किया.