पूजा बोनस की मांग को लेकर सीटू ने किया प्रदर्शन, 40500 से कम बोनस मिला, तो होगी यूनियनों की किरकिरी
बोनस और एनजीसीएस समझौते की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया सीटू ने प्रदर्शन किया. सीटू ने गत वर्ष के 40,500 से अधिक बोनस मिलने की मांग रखी है. सेल कर्मचारियों को गत वर्ष से अधिक, ठेका श्रमिकों को 20 फीसदी बोनस देने की मांग है.
सीटू के आह्वान पर सोमवार को पूरे देश में बोनस और एनजीसीएस समझौते की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया. राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) के पावर गेट के सामने सीटू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विष्णु मोहंती के नेतृत्व में बोनस और एनजेसीएस समझौता की मांग पर दुर्गापुर स्टील प्लांट में शांतिपूर्ण एवं लोकतांत्रिक आंदोलन के नेताओं पर निलंबन, चार्जशीट आदि नकारात्मक कार्रवाई का विरोध किया गया. सीटू राउरकेला आंचलिक कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमंत बेहेरा की अध्यक्षता में आहूत विरोध प्रदर्शन को महासचिव बसंत नायक, रत्नाकर नायक, अजय शर्मा, लक्ष्मीधर नायक, जीवन बारिया, प्रदीप सेठी, जेके साहू, प्रद्युष परिडा, संग्राम सामल, यज्ञेश्वर साहू, दिवाकर महाराणा ने संबोधित किया. सीटू नेताओं ने कहा कि 82 माह के लंबे अंतराल के बाद भी एनजेसीएस समझौता नहीं होने तथा पूजा सीजन में बोनस का भुगतान नहीं होने पर सीटू व सहयोगी ट्रेड यूनियनों की ओर से सेल में लगातार शांतिपूर्ण आंदोलन किया जा रहा है. उत्पादन को नुकसान पहुंचाये बिना किसी व्यवधान के शांतिपूर्ण प्रदर्शन चल रहा था. लेकिन दुर्गापुर स्टील प्रबंधन ने सीटू नेता श्रीमंत चटर्जी, एचएमएस नेता सुकांत रक्षित तथा विभिन्न ट्रेड यूनियनों के नेताओं का निलंबन, चार्जशीट आदि दमनकारी कदम उठाये हैं. जब सेलकर्मियों ने विभिन्न विपरीत परिस्थितियों में श्रम उत्पादकता एवं लाभ को वैश्विक स्तर पर पहुंचाया है, तो ऐसी कार्रवाई पूरी तरह से मजदूर विरोधी है. सीटू ने इसकी निंदा करते हुए निलंबन को तत्काल वापस लेने, एनजेसीएस समझौता लागू करने, पिछले वर्ष से अधिक बोनस देने और ठेका कर्मियों को 20 फीसदी बोनस देने की मांग की है. इस विरोध प्रदर्शन में सुदर्शन जेना, शिवराम बेहेरा, सूर्यकांत बारिक, अक्षय राउत, विश्वजीत माझी, प्रभात मोहंती, पीतांबर हेरा, एआर रहमान, पीके षाड़ंगी, नरेंद्र मोहंती, सागर छोटराय, बसंत पाढ़ी, बाबुली दास आदि शामिल थे.
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सेल कर्मचारियों को गत वर्ष से अधिक, ठेका श्रमिकों को 20 फीसदी बोनस देने की मांग की
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दुर्गापुर स्टील प्लांट में शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे श्रमिक नेताओं के विरुद्ध कार्रवाई पर जतायी नाराजगी
40500 से कम बोनस मिला, तो होगी यूनियनों की किरकिरी
सेल के अधीनस्थ सभी स्टील प्लांट में कार्यरत स्थायी कर्मचारियों को इस बार कितना बोनस मिलेगा, इसे लेकर नयी दिल्ली में 17 अक्टूबर मंगलवार को बैठक होगी. बैठक में पांच एनजेसीएस यूनियन सीटू, इंटक, बीएमएस, एचएमएस के प्रतिनिधि शामिल होकर सेल प्रबंधन के समक्ष बोनस को लेकर अपनी-अपनी मांग रखेंगे. लेकिन किसी भी एनजेसीएस यूनियन ने बोनस की राशि कितनी होनी चाहिये, इसे लेकर अपनी ओर से किसी निर्धारित राशि की घोषणा नहीं की है. सीटू ने जहां गत वर्ष के 40,500 से अधिक बोनस मिलने की मांग रखी है, वहीं साथ-साथ इंटक, बीएमएस तथा एचएमएस पर आरोप लगाया है कि इन तीनों यूनियनों की सहमति के आधार पर गत आठ फरवरी को हुई एनजेसीएस कोर कमेटी की बैठक में गलत बोनस एमओयू के कारण गत वर्ष से कम 30 फीसद अथवा करीब 28 हजार रुपये का बोनस मिलने की आशंका जतायी है. इस वर्ष कोल इंडिया में 95 हजार रुपये समेत एफएसएनएल में गत वर्ष के 15,500 से एक हजार रुपये ज्यादा यानि 16,500 रुपये बोनस की घोषणा हुई है. जिससे सेल कर्मचारियों को गत वर्ष मिले 40,500 से अधिक बोनस दिलाना एनजेसीएस यूनियनों के लिये बड़ी चुनौती है तथा इससे कम मिला तो इन यूनियनों की किरकिरी होनी तय है.
सेल बोनस पर है बाजार की नजर
राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) के करीब 12 हजार कर्मचारियों के साथ राउरकेला के कारोबारियों की निगाह भी बोनस पर टिकी है.आरएसपी के नियमित कर्मियों को मिलने वाले बोनस से राउरकेला का बाजार बूम करता है. बाजार के कारोबारियों ने तैयारी कर रखी है. कर्मियों को पिछले साल 40,500 रुपये बोनस मिला था. सेल ने वर्ष 2022-23 में कुल कारोबार 104447 करोड़ रुपये का किया है, जो पिछले वर्ष से एक हजार करोड़ रुपये ज्यादा है. इसलिये कर्मी पिछले बार से अधिक बोनस की डिमांड कर रहे हैं
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