35 वर्ष की उम्र में ही वृद्धावस्था पेंशन लेने के लिए झारखंड की पूर्व मुखिया ने किया ऐसा काम…
Jharkhand News, Garhwa News, Pension Scam, Pension to Dead Men, Ramkanda Block, Chete Panchayat: जिम्मेवार पद पर बैठे अयोग्य व असक्षम लोग भी कैसे सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं, इसका उदाहरण रमकंडा प्रखंड के चेटे पंचायत की पूर्व मुखिया चंद्रावत यादव (पति कमलेश कुमार यादव) ने प्रस्तुत किया है़ अपनी पंचायत के जरूरतमंदों को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ दिलाने की बजाय मुखिया रहते चंद्रावत यादव ने आधार कार्ड में छेड़छाड़ कर अपनी उम्र 35 वर्ष से सीधे 65 साल कर लिया़
गढ़वा (पीयूष तिवारी) : जिम्मेवार पद पर बैठे अयोग्य व असक्षम लोग भी कैसे सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं, इसका उदाहरण रमकंडा प्रखंड के चेटे पंचायत की पूर्व मुखिया चंद्रावत यादव (पति कमलेश कुमार यादव) ने प्रस्तुत किया है़ अपनी पंचायत के जरूरतमंदों को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ दिलाने की बजाय मुखिया रहते चंद्रावत यादव ने आधार कार्ड में छेड़छाड़ कर अपनी उम्र 35 वर्ष से सीधे 65 साल कर लिया़
इतना ही नहीं, उसकी पेंशन (पीआइओ नंबर जेएच-एस-01612648) स्वीकृत भी हो गयी और वह पिछले कई सालों से मजे से वृद्धावस्था पेंशन का लाभ ले रही है. सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक के निर्देश के बाद पूर्व मुखिया की उम्र का सत्यापन करने के लिए रमकंडा प्रखंड के बीडीओ ने पंचायत सचिव को भेजा़ फिजिकल जांच में भी चंद्रावत देवी की उम्र पेंशन लेने की पात्रता से काफी कम पायी गयी़
इसके बाद जब मतदाता सूची व आधार कार्ड की मूल प्रति का मिलान किया गया, तो उसमें पात्रता सीमा से उम्र 30 साल कम पायी गयी़ बीडीओ ने पत्रांक 434, दिनांक 16 सितंबर, 2020 के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक को पत्र लिखकर अग्रेतर कार्रवाई करने का आग्रह किया है़
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बीडीओ की जांच रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व मुखिया चंद्रावत यादव की सही जन्मतिथि, आधार कार्ड व मतदाता सूची के अनुसार 1 जनवरी, 2019 को 34 वर्ष है़ बताया गया कि वृद्धावस्था पेंशन का लाभ लेने के लिए उसने अपने आधार कार्ड को कंप्यूटर से स्कैन कराकर उसे एडिट कर उम्र को बढ़ा दिया़ एडिट किये गये आधार कार्ड में उसने अपनी जन्मतिथि एक जनवरी, 1956 कर दी है़ चेटे पंचायत में कई ऐसे लोग हैं, जो पेंशन पाने के हकदार हैं, लेकिन उन्हें इसका लाभ नहीं मिल रहा.
31 मुर्दे भी उठा रहे पेंशन
सामाजिक सुरक्षा निदेशक को भेजी गयी जांच रिपोर्ट में चेटे पंचायत में ही वृद्धावस्था पेंशन के 31 ऐसे लाभुक पाये गये हैं, जिनका कई साल पहले ही निधन हो गया. इसके बावजूद उनके खाते में हर महीने पेंशन की राशि भेजी जा रही है.
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ऐसे लोग, जो मर चुके हैं और उनके खाते में पेंशन की राशि भेजी जा रही है, उनके नाम प्रमिला देवी, मंगर राम, वकील खान, राधा देवी, हीरामनी देवी, ध्रुपदी देवी, पांडू अहीर, गुप्तेश्वर पांडेय, द्वारिका साव, मरियम टोप्नो, रामवृक्ष बैठा, हीरामबी देवी, रामरत्न यादव, राजकुमार पाल, पति कुंवर, नान्हू सिंह, दुखनी देवी, दाउड मुंडा, पार्वती देवी, मंगनी देवी, खैल मोची, महेश दूबे, नसीर मिंया, बरती साहून, दिकदार भुईंया, सुमेर महतो, फिरंगी भुईंया, बकरीदू मिंया, शांति देवी, जोटो मुंडा, रामसाक्षी देवी हैं.
राशि की वसूली की जायेगी : सहायक निदेशक
इस संबंध में सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक सुबोध कुमार ने बताया कि बीडीओ की रिपेार्ट के आलोक में अग्रेतर कारवाई की जा रही है़ अयोग्य लाभुकों को मिल रहा भुगतान तत्काल रोक दिया गया है़ साथ ही उनसे रिकवरी करने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी़ मृत लाभुकों के खाते से पैसा वापस करने के लिए बैंकों से संबंध स्थापित किया जायेगा.
Posted By : Mithilesh Jha