कोलकाता में हुगली नदी के नीचे बनी सुरंग से गुजरी मेट्रो
कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के महाप्रबंधक एके नंदी ने बताया कि ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर के इस खंड को जनता के लिए खोलने से पहले कोलकाता मेट्रो के अधिकारी बड़े पैमाने पर इस तरह के परीक्षण करना जारी रखेंगे.
कोलकाता मेट्रो ने गुरुवार को हुगली नदी के नीचे बनी एक सुरंग में मेट्रो ट्रेन का परीक्षण किया. मेट्रो अधिकारी के मुताबिक, यह परीक्षण कोलकाता मेट्रो द्वारा 12 अप्रैल को देश में पहली बार हुगली नदी के नीचे बनी सुरंग में कोलकाता से हावड़ा के बीच एक मेट्रो ट्रेन दौड़ाने का इतिहास रचने के बाद किया गया. उन्होंने बताया कि हावड़ा मैदान स्टेशन से एसप्लेनेड के बीच लगभग 4.8 किलोमीटर की दूरी में किया गया परीक्षण सफल रहा.
इसके बाद ट्रेन कोलकाता मेट्रो के कुछ अधिकारियों और मीडियाकर्मियों को लेकर वापस हावड़ा मैदान स्टेशन आयी. कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के महाप्रबंधक एके नंदी ने बताया कि ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर के इस खंड को जनता के लिए खोलने से पहले कोलकाता मेट्रो के अधिकारी बड़े पैमाने पर इस तरह के परीक्षण करना जारी रखेंगे.
सुरंग में घुसते ही हुआ अनाउंसमेट- अब हम नदी में प्रवेश कर रहे हैं
ट्रेन के हुगली नदी के नीचे बनी सुरंग में पहुंचते ही अनाउंसमेंट हुआ-अब हम नदी में प्रवेश कर रहे हैं. नदी के नीचे बनी 520 मीटर की सुरंग पार करने में 45 सेकंड लगेंगे. हालांकि, ट्रायल रन के दौरान मीडियाकर्मियों को तस्वीरें लेने की अनुमति के कारण मेट्रो नदी के नीचे तीन मिनट तक चली.
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सुरंग से नदी नहीं दिखेगी, सूचनात्मक बोर्ड लगा दिखेगा
मेट्रो रेलवे का कहना है कि इस साल के अंत तक या 2024 की शुरुआत में हावड़ा मैदान से एसप्लानेड तक मेट्रो सेवा चालू हो जायेगी. जहां से नदी शुरू होगी है, वहां सुरंग में एक बोर्ड लगा होगा. घोषणा भी कि जायेगी अब आप नदी तल से 33 मीटर नीचे से गुजर रहे हैं. हालांकि, नदी नहीं दिखेगी.