मुंगेर के सदर प्रखंड अंतर्गत उच्च माध्यमिक विद्यालय जानकीनगर को दो साल पूर्व ही उत्क्रमित कर हाइस्कूल का दर्जा दिया गया. लेकिन हाइस्कूल का दर्जा प्राप्त करने के दो वर्ष बाद भी विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गयी है. स्थिति यह है कि मध्य विद्यालय के एक शिक्षक को ही प्रतिनियुक्त कर उच्च विद्यालय का संचालन किया जा रहा है. इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि बच्चे का भविष्य कैसा होगा.
ज्ञात हो कि मध्य विद्यालय जानकीनगर को वर्ष 2020 में हाइस्कूल का दर्जा दिया गया. दो साल पूर्ण होने के बाद भी नवम एवं दशम वर्ग के बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं की गयी. जबकि वर्ग 1 से 8 तक के बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षकों में से ही एक शिक्षक को प्रतिनियुक्त कर हाइस्कूल का संचालन किया जा रहा है.
विद्यालय में वर्ग एक से 8 तक के लिए 9 शिक्षक हैं. जबकि 270 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं. उसी तरह वर्ग नवम से दशम तक की कक्षा में पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नियुक्त नहीं हैं. जबकि हाइस्कूल के लिए जहां नवम में 40 बच्चे नामांकित हैं. वहीं दशम वर्ग में 39 बच्चे नामांकित हैं. यानी कुल 79 बच्चों पर एक शिक्षक प्रतिनियुक्त है.
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विद्यालय की प्रधानाध्यापिका कमला कुमारी ने कहा कि हाइस्कूल के लिए एक भी शिक्षक की प्रतिनयुक्ति नहीं की गयी है. इसीलिए मिडिल स्कूल के एक शिक्षक को हाइस्कूल संचालन के लिए प्रतिनियुक्त किया गया है. उन्होंने बताया कि स्कूल को प्लस टू का भी दर्जा मिल चुका है. अगले साल से यहां प्लस टू के छात्र-छात्राओं का भी नामांकन लिया जा सकेगा. लेकिन उसके पठन-पाठन के लिए शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गयी. शिक्षकों की कमी के संबंध में वरीय अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan