हजारीबाग : मुंबई से 4 मई को एक लाख 90 हजार में बस रिजर्व कर 17 मजदूर हजारीबाग के बिष्णुगढ़ लौटे थे. 6 मई को रात 10:00 बजे यह बस विष्णुगढ़ प्रखंड पहुंची. सभी 17 मजदूर बिष्णुगढ़ प्रखंड की खरना पंचायत के बारा गांव के रहने वाले थे. सभी मजदूरों को रात में ही बिष्णुगढ़ प्रखंड के कस्तूरबा आवासीय विद्यालय क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था. 8 मई को सभी 17 लोगों का सैंपल लेकर जांच के लिए जमशेदपुर भेजा गया था. 12 मई को 17 लोगों में से 6 कोरोना संक्रमित पाये गये. इसके साथ ही हजारीबाग में अब तक 10 कोरोना पॉजिटिव मरीज हो चुके हैं. पढ़िए सलाउद्दीन की रिपोर्ट.
हजारीबाग जिले में 6 करोना पॉजिटिव सामने आते ही जिला प्रशासन हरकत में आ गया है. पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी सजग हो गए. हजारीबाग से दो एंबुलेंस और विष्णुगढ़ से एक एंबुलेंस में सभी छह कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को विष्णुगढ़ से हजारीबाग मेडिकल कॉलेज करुणा हॉस्पिटल देर रात लाया गया. मुंबई से आए मजदूरों ने प्रभात खबर से बातचीत में बताया कि मुंबई के प्रतीक्षा नगर साइन कोलीवाडा इलाके में सभी 17 लोग रहते थे. पांच कमरे में किराये पर रहते थे. लॉकडॉन के बाद से सभी का काम बंद था. वे वहां मजदूरी और राजमिस्त्री का काम करते थे. परेशानी के कारण सभी 17 लोगों ने 1.90 लाख रुपये में बस रिजर्व किया. 4 मई की रात को मुंबई से हजारीबाग के लिए चले और 6 मई की रात को विष्णुगढ़ पहुंच गये. बिष्णुगढ़ प्रखंड मुख्यालय में उतरने के बाद कस्तूरबा विद्यालय में रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि लॉकडॉन के दौरान मुंबई में भी इधर-उधर नहीं घूमते थे. सभी लोग कमरे में ही रहते थे.
हजारीबाग जिले में अभी तक 10 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाये जा चुके हैं. इनमें से तीन करोना पॉजिटिव मरीज इलाज के बाद पूरी तरह से स्वस्थ होकर घर लौट आये हैं. एक संक्रमित व्यक्ति का इलाज हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. 12 मई को 6 नये कोरोना पॉजिटिव मिले. इसके साथ ही अब 7 मरीजों का इलाज हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है. सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार ने बताया कि सभी प्रवासी मजदूरों के हजारीबाग जिले में आने के बाद पूरी सतर्कता बरती जा रही है स्वास्थ्य जांच के बाद क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है.
हजारीबाग में सभी 10 कोरोना पॉजिटिव प्रवासी मजदूर हैं.
हजारीबाग में पहला कोरोना संक्रमित आसनसोल से आया मजदूर था. दूसरा मुंबई से आया चालक. तीसरा मुंबई से आया चालक. चौथा मामला मुंबई से आया टाइल्स मिस्त्री और 12 मई को मिले सभी छह मजदूर मुंबई से आए हैं.