क्वारेंटाइन की अवधि पूरी करने के बाद, पाकुड़ से पश्चिम बंगाल भेजे गये 400 प्रवासी मजदूर
Lockdown In Jharkhand: झारखंड के पाकुड़ जिले में पश्चिम बंगाल (west bengal) के 400 से अधिक प्रवासी श्रमिकों (migrant labours) को क्वारेंटाइन अवधि पूरी कर लेने के बाद उन्हें बसों से उनके गृह राज्य भेज दिया गया. सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि यहां से पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, बर्धमान, बीरभूम एवं मालदा आदि जिलों के 400 से अधिक प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह प्रदेश बसों में रवाना कर दिया गया.
झारखंड के पाकुड़ जिले में पश्चिम बंगाल के 400 से अधिक प्रवासी श्रमिकों को क्वारेंटाइन अवधि पूरी कर लेने के बाद उन्हें बसों से उनके गृह राज्य भेज दिया गया. सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि यहां से पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, बर्धमान, बीरभूम एवं मालदा आदि जिलों के 400 से अधिक प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह प्रदेश बसों में रवाना कर दिया गया. उन्होंने बताया कि इससे पूर्व इन श्रमिकों ने सरकार द्वारा तय मानकों के अनुरूप क्वारेंटाइन अवधि पूरी की थी. उन्होंने बताया कि इन श्रमिकों को पूरी जांच के बाद यहां से रवाना किया गया और सीमा पर पश्चिम बंगाल के अधिकारी उनकी जांच कर उन्हें उनके गृह जनपदों में भेज देंगे.
तेलंगाना के लिंगमपल्ली स्टेशन से शुक्रवार तड़के लगभग पांच बजे झारखंड के 1,250 से अधिक प्रवासी श्रमिकों एवं अन्य लोगों को लेकर चली विशेष ट्रेन रात्रि लगभग सवा ग्यारह बजे यहां हटिया रेलवे स्टेशन पर पहुंची. लॉकडाउन के कारण फंसे लोगों को उनके राज्य पहुंचाने के लिए चलाई गई पहली विशेष ट्रेन से पहुंचे लोगों का स्वागत रांची के उपायुक्त राय महिमापत रे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनीश गुप्ता एवं अन्य अधिकारियों ने फूल, खाने के पैकेट और पानी के साथ किया. तेलंगाना से चली विशेष ट्रेन पूरी तरह सैनेटाइज किये गये हटिया रेलवे स्टेशन पर रात्रि लगभग सवा ग्यारह बजे पहुंची.
रांची के उपायुक्त ने बताया कि यहां पहले से तैनात 60 बसों से सामाजिक दूरी का पालन करते हुए सभी प्रवासियों को उनके गृह जिले के लिए रवाना कर दिया गया. प्रवासी लोगों का खाने के पैकेट, पानी की बोतलों और फूल देकर स्वागत किया गया. इसके साथ ही झारखंड के प्रवासी श्रमिकों, छात्रों और पर्यटकों को रांची लाये जाने के लिए चलायी गयी विशेष ट्रेनों के यहां पहुंचने का सिलसिला प्रारंभ हो गया.
प्रवासियों के रिश्तेदारों को स्टेशन न आने का निर्देश दिया गया था क्योंकि सभी प्रवासियों को उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही थी. इससे पहले सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि प्रवासी मजदूरों, छात्रों और पर्यटकों को तेलंगाना से लेकर विशेष ट्रेन तड़के हैदराबाद के लिंगमपल्ली से रवाना हुई. स्टेशन पर प्रवासियों के पहुंचने से पहले पूरे स्टेशन को सैनिटाइज किया गया और स्वयं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्टेशन का निरीक्षण किया. यहां 200 पुलिसकर्मी और जिला प्रशासन तथा रेलवे के भी 200 अधिकारी तैनात किये गये थे. सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि कोटा से भी शुक्रवार रात्रि दो विशेष ट्रेनें राज्य के छात्रों को लेकर यहां के लिए रवाना हो गयीं और इन ट्रेनों से आने वाले छात्रों तथा उनके अभिभावकों के लिए भी इसी तर्ज पर सारी व्यवस्थाएं राज्य सरकार तथा रेलवे करेगी. सभी प्रवासियों की यहां पहुंचने पर जांच की गयी और उन्हें झारखंड में उनके गंतव्य तक पहुंचाने की पूरी व्यवस्था जिला प्रशासन ने की थी.