झारखंड में जारी है मिनी लॉकडाउन, पर कोडरमा में खुले हैं कई कोचिंग संस्थान, बंद कराने गयी टीम का हुआ विरोध
jharkhand news: कोरोना की रोकथाम के उद्देश्य से झारखंड सरकार ने राज्य में मिनी लॉकडाउन लागू की है. इसी कड़ी में शिक्षण संस्थानों को बंद करने का निर्देश है. लेकिन, गुरुवार को कोडरमा शहर में कई कोचिंग संस्थान खुले मिले. इन संस्थानों को बंद कराने गयी टीम को कोचिंग संचालकों के विरोध का सामना करना पड़ा.
Jharkhand news: लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों की रोकथाम को लेकर झारखंड सरकार ने राज्य भर में सांकेतिक लॉकडाउन की घोषणा की है. इसके तहत सभी शिक्षण संस्थानों को भी बंद करने का निर्देश है. बावजूद इसके कोडरमा शहर में कुछ कोचिंग संस्थानों के संचालित होने की सूचना पर इन्हें बंद कराने गुरुवार को प्रशासनिक टीम पहुंची, तो विरोध का सामना करना पड़ा. ऐसे में ओवरब्रिज के पास कुछ देर के लिए हंगामा की स्थिति बन गई. पुलिस प्रशासन की टीम ने किसी तरह मामले को शांत कराया. साथ ही कोचिंग संचालकों को सख्त हिदायत दी कि अगर आगे से कोचिंग खुले मिले, तो कार्रवाई होगी.
जानकारी के अनुसार, गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए नगर प्रशासक विनीत कुमार और तिलैया थाना प्रभारी अजय कुमार सिंह ओवरब्रिज के आसपास संचालित कोचिंग सेंटर को बंद कराने पहुंचे. इसी बीच कोचिंग संचालक आक्रोशित हो गये.
इस दौरान थाना प्रभारी व कोचिंग संचालकों के बीच काफी देर तक बहस चलते रहा. कुछ संचालकों ने तो यहां तक कह दिया कि प्रशासन को जो मर्जी करे हम तो कोचिंग क्लास जारी रखेंगे. वहीं, त्रिमूर्ति कांप्लेक्स के मालिक श्याम सुंदर मोदी ने भी इसका कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि कोरोना की वजह से लोगों की हालत वैसे ही पतली हुई है और उसपर जिला प्रशासन का यह रवैया बिल्कुल जायज नहीं है.
इस पर थाना प्रभारी और नगर प्रशासक ने चेतावनी देते हुए कहा कि शुक्रवार से अगर कोचिंग खुले पाये गये तो कानूनी कार्रवाई की जायेगी. नगर प्रशासक ने तो सभी कोचिंग संचालकों से उनके द्वारा लगाये गये होर्डिंग हटाने के निर्देश भी दिये. साथ ही होर्डिंग लगाने के लिए नगर पर्षद से आदेश लेने की बात कही.
इसके अलावा उन्होंने सभी दुकानदारों कोचिंग संचालकों सहित को ट्रेड लाइसेंस लेने का भी निर्देश दिया. ऐसा नहीं होने पर कार्रवाई की बात कही. नगर प्रशासक ने कहा कि नियम-कानून को ताक पर रख कर जैसे-तैसे कोचिंग चल रहे हैं. जगह काफी संकरा है. बावजूद बच्चों को किसी तरह पढ़ाने की व्यवस्था है. इस हाल में इनका संचालन सही नहीं है.
Posted By: Samir Ranjan.