मंत्री अनुराग ठाकुर का ममता पर कटाक्ष, ‘आपका समय धीरे-धीरे हो रहा है खत्म ‘
केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मणिपुर से ज्यादा हिंसा की घटनाएं बंगाल में हो रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बंगाल में हिंसा की घटनाएं नहीं दिख रही है. आखिर आप चुप क्यों है.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव जीतने वाले बीजेपी उम्मीदवारों को सम्मानित करने आए थे. वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कोलकाता में वोट हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री पर हमला बोला है. अनुराग ठाकुर ने कहा कि ममता का समय धीरे-धीरे खत्म होते जा रहा है. पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र लाचार है, मानवता शर्मसार है. ममता दीदी की शह से आज बंगाल में अपराधियों, गुंडों, दंगाइयों का बोलबाला है. कानून व्यवस्था ध्वस्त है, जनता त्रस्त है.
बंगाल की जनता ने दिया मुंहतोड़ जवाबबंगाल की जनता ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पिछली बार की तुलना में इस बार दोगुनी सीटें जनता ने भाजपा को दी है. भाजपा ने इस बार 11 हजार से ज्यादा सीटें जीती हैं. पार्टी ने पिछले लोकसभा चुनाव में 18 सीटें जीती थीं और इस बार 35 जीतेगी.ममता राज में तृणमूल कांग्रेस अपराधियों को संरक्षण दे रही है, उनको पाल पोस रही है.
केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मणिपुर से ज्यादा हिंसा की घटनाएं बंगाल में हो रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बंगाल में हिंसा की घटनाएं नहीं दिख रही है. बंगाल की हालत ऐसी है कि महिलाएं घर से बाहर नहीं निकल रही है आखिर आप चुप क्यों है. पुलिस की ओर से आपलोग कार्रवाई नहीं करने देते है. इस वजह से बंगाल में ज्यादा हिंसा की घटनाएं हो रही है. उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के नेताओं पर हमले हो रहे हैं. क्या वे अपने कार्यकर्ताओं को यू हीं मरने देंगे. पश्चिम बंगाल में मणिपुर से कई गुना ज्यादा घटनाएं हुई हैं. उन्हें पश्चिम बंगाल के हालत भी देखने चाहिए.
Also Read: West Bengal Breaking News Live : मंत्री अनुराग ठाकुर का ममता पर कटाक्ष, आपका समय धीरे-धीरे खत्म हो रहा है सांसदों का यह दिखावा मात्र हैकेंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मणिपुर गए I-N-D-I-A गठबंधन के सांसदों का यह दिखावा मात्र है. जब पूर्ववर्ती सरकारों के शासन में मणिपुर ‘जलता’ था, तब उन लोगों ने संसद में एक भी शब्द नहीं कहा, जो अब पूर्वोत्तर राज्य का दौरा कर रहे हैं. श्री ठाकुर ने कहा कि जब मणिपुर महीनों बंद रहा करता था, तब उन्होंने एक भी शब्द नहीं कहा. उन्होंने कहा कि जब प्रतिनिधिमंडल मणिपुर से लौट आयेगा, तो इस टीम के सदस्य संसद में कामकाज नहीं होने देंगे. . राजस्थान में जहां महिलाओं के खिलाफ हत्याएं और अपराध होते हैं, विपक्ष वहां नहीं गया. क्या I-N-D-I-A गठबंधन राजस्थान भी जाएगा.
#WATCH मणिपुर गए INDIA गठबंधन के सांसदों का यह दिखावा मात्र है…जब वे मणिपुर से वापस आएंगे, तो मैं कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी से उन्हें पश्चिम बंगाल लाने का अनुरोध करूंगा। मैं अधीर रंजन चौधरी से पूछना चाहता हूं कि क्या वे राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार से सहमत… pic.twitter.com/6kbPXT5wcP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 29, 2023
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर पंचायत चुनाव जीतने वाले भाजपा उम्मीदवारों को बधाई देने के लिए राज्य में आए हैं. बंगाल बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने उनका स्वागत किया. वह सबसे पहले हुगली के कामारपुकुर गये. केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्री ने श्री रामकृष्ण देव की जन्मस्थली पर श्रद्धांजलि अर्पित की. मालूम हो कि अनुराग ठाकुर खानाकुल जाकर पंचायत चुनाव में जीते बीजेपी प्रत्याशियों को सम्मानित करेंगे.
Also Read: शिक्षक भर्ती घोटाला : कब और कैसे शुरु हुआ मामला, अब तक हुई है कितनी गिरफ्तारियां कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी एक बार बंगाल आएंश्री ठाकुर ने कहा कि मैं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी से अनुरोध करता हूं कि वे इसी प्रतिनिधिमंडल को पश्चिम बंगाल लेकर आएं, जहां महिलाओं के खिलाफ अत्याचार हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह ममता बनर्जी की सरकार हत्याओं के जरिए सत्ता पर काबिज है, क्या कांग्रेस उसका विरोध करती है? श्री ठाकुर ने सवाल किया कि क्या I-N-D-I-A गठबंधन राजस्थान का दौरा करेगा, जहां महिलाओं के खिलाफ अपराध हो रहे हैं और क्या वह पश्चिम बंगाल एवं राजस्थान पर रिपोर्ट सौंपेगा.
Also Read: ‘कालीघाटेर काकू’ का वॉयस सैंपल की जांच करेगी इडी, सुजयकृष्ण की याचिका हाई कोर्ट ने की खारिज 21 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल मणिपुर पहुंचा हुआ हैगौरतलब है कि विपक्षी गठबंधन I-N-D-I-A’ के 21 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल जमीनी हकीकत का आकलन करने के लिए हिंसा प्रभावित मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को यहां पहुंचा. विपक्षी दलों के सांसदों का दल तीन मई से पूर्वोत्तर राज्य में भड़की जातीय हिंसा के पीड़ितों से मिलने के लिए कई राहत शिविरों का दौरा करेगा. मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. मणिपुर की आबादी में मेइती समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं. वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे ज्यादातर पर्वतीय जिलों में रहते हैं.
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