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मीरजापुर में बच्चों की सेहत से खिलवाड़, मिड डे मील में परोसी कीड़े वाले आटे से बनी रोटी, इन पर हुई कार्रवाई

मीरजापुर में कीड़े वाले आटे से मिड डे मील की रोटी बनाए जाने की पूरे जनपद में चर्चा है. लोग बच्चों की सेहत से खिलवाड़ करने के मामले में नाराजगी जता रहे हैं. उधर इस मामले में प्रधानाध्यापिका को निलंबित करने के साथ अन्य के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी है.

Mirzapur: यूपी के मीरजापुर में मिड डे मील के दौरान बच्चों की सेहत से खिलवाड़ का मामला सामने आया है. प्राइमरी स्कूल में कीड़े वाले आटे की रोटी बनाए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रभारी प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया.

इसके साथ ही रसोइया की सेवा समाप्त कर दी गई है. प्रकरण में ग्राम प्रधान के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी को पत्र भी लिखा है. इस कार्रवाई के बाद हड़कंप की स्थिति है.

मीरजापुर में सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ थास, जिसमें एक रसोइया आटा गूंथ रही है. उस आटे में रेंगते कीड़े दिखाई देने पर एक शख्स उसी से बच्चों के लिए रोटी बनाए जाने को लेकर सवाल पूछता है.

इस पर रसोइया आटे को इधर-उधर कर देती है, जिससे कीड़ा नजर नहीं आए. मौके पर एक महिला भी खड़ी नजर आती है, जिसके स्कूल की प्रधानाध्यापिका या टीचर होने की चर्चा की जाती है.

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यह वीडियो सिटी विकास खंड के भवानीपुर का बताया गया. सामने आया कि बच्चों को ऐसी दाल दी गई, जिसमें सिर्फ पानी ही पानी था. पानी वाली दाल और कीड़े वाले आटे की रोटी 60 बच्चों को परोसी गई. इस बारे में प्रधानाध्यापिका से पूछने पर उन्होंने पल्ला झाड़ लिया. वीडियो के वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया. मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार वर्मा ने खंड शिक्षा अधिकारी सिटी और मिड डे मील के जिला समन्वयक को जांच अधिकारी बनाकर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया.

इसके बाद दोनों अधिकारियों ने मौके पर जाकर जांच की. इस दौरान जांच में प्रथम दृष्टया प्रभारी प्रधानाध्यापिका और रसोइया को दोषी पाया गया. जांच रिपोर्ट के आधार पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रभारी प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया और रसोइया की सेवा समाप्त कर दी. साथ ही खंड शिक्षाधिकारी मुख्यालय को जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा है. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने रसोइयों का चयन प्रतीक्षा सूची से करने का निर्देश भी दिया.

बेसिक शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में ये तथ्य सामने आए हैं कि संबंधित ग्राम प्रधान ने मध्याह्न भोजन बनवाने में सहयोग नहीं किया. साथ ही मध्याह्न भोजन पर जो धनराशि खर्च की गई, उसके चेक पर हस्ताक्षर भी नहीं किया. उन्होंने प्रधान पर यह आरोप भी लगाया कि बाहरी व्यक्ति को बुलाकर मध्याह्न भोजन बनाए जाने के दौरान का वीडियो बनवा लिया.

बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि मिड डे मील बनवाने में सहयोग नहीं करने पर संबंधित प्रधान के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी को पत्र लिखा गया है. उन्होंने कहा कि मिड डे मील को लेकर जो भी किसी प्रकार की गड़बड़ी करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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