Jharkhand News: गढ़वा जिला अंतर्गत धुरकी थाना क्षेत्र के कदवा उर्फ लिखनीधौरा गांव में प्रधानमंत्री सड़क निर्माण कार्यस्थल पर अपराधियों ने उत्पात मचाया. इस दौरान जेसीबी, टैक्टर, पानी टैंकर, रोलर मशीन को क्षतिग्रस्त किया. हालांकि, इस घटना की जिम्मेवारी किसी नक्सली संगठन ने नहीं ली है. लेकिन, आशंका व्यक्त की गयी है कि लेवी की मांग को लेकर इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया गया है.
मौके पर पहुंची पुलिस
प्रधानमंत्री सड़क निर्माण के संवेदक सुधीर तिवारी ने बताया कि उनके पास अभी तक किसी भी प्रकार की लेवी मांगने और धमकी देने जैसी कोई बात किसी ने नहीं की है. यह घटना अचानक हुई है. सूचना मिलने पर धुरकी थाना प्रभारी सदानंद कुमार दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की पूरी जानकारी ली. साथ ही इसमें शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए गश्ती अभियान शुरू कर दिया गया है.
क्या है मामला
बता दें कि कदवा गांव से गोबरदाहा नदी तक पीएमजेएसवाई योजना के तहत दो किलोमीटर लंबे कालीकरण सड़क का निर्माण किया जा रहा है. इसमें चारों वाहन काम करने के बाद निर्माण कार्य से कुछ दूरी पर खड़ी थी. मंगलवार की रात करीब 11 बजे तीन नकाबपोश अपराधी बंदूक से लैस होकर वहां पहुंचे और घर में खाना बना रहे मुंशी को दरवाजे खोलने के लिए कहा. मुंशी चंद्रदेव ने जैसे ही दरवाजा खोला नकाबपोश अपराधी उसे पकड़ लिये. अपराधियों ने उनसे पूछा कि इतना खाना क्यों बना रहे हो. तो उसने कहा कि सब लोगों का यहीं खाना बनता है. इस पर उनलोगों ने दरवाजे बंद करके रखने को कहा. दरवाजा बंद करने के बाद घटनास्थल पर स्थित कुदाल से एक जेसीबी मशीन का शीशा तोड़ दिया गया. इसके बाद पानी टैंकर, एक ट्रैक्टर एवं एक रोलर मशीन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया. जाते-जाते उन्होंने मुंशी को हिदायत दी कि वे अपने संवेदक से उन लोगों से बात करने के लिए कहे. इसके बाद ही दोबारा काम शुरू करे. इसके बाद इसकी सूचना मुंशी ने संवेदक सुधीर तिवारी को दी. सुधीर तिवारी ने इसकी सूचना धुरकी थाने को दी. धुरकी थाना प्रभारी सूचना मिलते ही दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और चारों तरफ से नाकाबंदी कर दी.
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अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
इस मामले में पुलिस ने अज्ञात नकाबपोश अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इस घटना के बाद सड़क का कार्य प्रभावित हो गया है तथा गांव में दहशत का माहौल व्याप्त है. गांव के लोग इस विषय पर कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. घटना में किसका हाथ है और कौन संगठन हो सकता है इस संबंध में कोई कुछ नहीं कर पा रहा है. इस बात को लेकर यह भी चर्चा चल रही है कि घटना जिस समय घटित हुई है आमूमन उस समय चारों वाहनों के चालक गाड़ी की देखरेख करने को लेकर मुंशी के साथ रहते थे. लेकिन, घटना की रात कोई भी ड्राइवर मुंशी के पास नहीं था. वे लोग अपने घर चले गये थे.
पहले भी चार हाइवा मशीन को आग के हवाले किया था
मालूम हो कि पिछले साल भी धुरकी-बिलासपुर सड़क का निर्माण कर रहे वीआरएस कंपनी के घघरी कैंप पहुंचकर कुछ अपराधियों ने चार हाइवा मशीन को आग के हवाले कर दिया था. साथ ही कंपनी के कार्य में लगे एक इंजीनियर का अपहरण कर लिया था. पुलिस की बढ़ते दबिश में इंजीनियरों को चार घंटे में ही मुक्त कर दिया गया. वहीं, अपहरण और अगलगी घटना में शामिल खुश्तर अंसारी समेत पांच लोगों को धुरकी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
शरारती तत्व जल्द होंगे पुलिस की गिरफ्त में
इस संबंध में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रमोद कुमार केसरी एवं थाना प्रभारी सदानंद कुमार ने बताया कि विकास कार्य प्रभावित नहीं होने दिया जायेगा. शरारती तत्वों का मनसूबा कभी कामयाब नहीं होगा. जिन शरारती तत्वों ने ऐसा काम किया है, उसकी पहचान कर ली गयी है. बहुत जल्द पुलिस की गिरफ्त में सभी होंगे. विकास काम प्रभावित न हो इसके लिए संवेदक को जरुरत पड़ने पर पुलिस की सुरक्षा भी दी जायेगी.