मिशन 2024 : कांग्रेस को करना है अच्छा, तो प्रदेश संगठन में जनाधारवाले नेता को लाना होगा सामने : रामेश्वर उरांव

मिशन 2024 को ध्यान में रखते हुए झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने गंभीर सुझाव दिये हैें. प्रभात खबर से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि चुनाव में कांग्रेस को बेहतर करना है, तो प्रदेश संगठन में जनाधारवाले नेता को सामने लाना होगा. वहीं, सरकार के कामकाज का प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 7, 2023 6:01 AM

रांची, आनंद मोहन : झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर गंभीर सुझाव दिये हैं. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में झारखंड की भूमिका महत्वपूर्ण होगी. यहां यूपीए की पकड़ है. यूपीए की सरकार है. यहां नयी रणनीति के साथ काम करने की जरूरत है. चुनाव में एंटी-इनकंबैंसी फैक्टर पर ध्यान देने की जरूरत है. झारखंड में कांग्रेस को अच्छा करना है, तो पार्टी को जनाधारवाले नेता को सामने लाना होगा. जिसके अपील में दम हो. चुनाव के दौरान उसके दिये गये भाषण पर जनता को भरोसा हो. लोगों को लगे कि जो वह वायदा कर रहा है हर हाल में पूरा करेगा. श्री उरांव ने सोमवार को प्रभात खबर से बातचीत में उक्त बातें कही.

वोट लाने वाले नेता को संगठन में आगे लाना चाहिए

उन्होंने कहा कि केंद्र में जिस तरह सोनिया गांधी की अपील को आम लोग गंभीरता से लेते हैं. शिबू सोरेन यानी गुरुजी की अपील में दम होता है. झारखंड में संगठन को ऐसे नेता काे आगे लाना चाहिए, जिसके पास वोट हो. चुनाव में जीत के लिए वोट ही चाहिए. हमारे ऑडियोलॉजी के साथ लोगों को जो नेता जोड़ सके, उसको सामने लाने की जरूरत है.

जमीन पर उतर कर काम करने की जरूरत

मंत्री श्री उरांव ने कहा कि सरकार के काम को ग्रास रूट तक ले जाना होगा. कहा कि यूपी में योगी आदित्यनाथ ने मुफ्त राशन बांटने की योजना का प्रचार-प्रसार किया. सरकार की योजनाओं की ब्रांडिंग की. दूसरी ओर, झारखंड में संगठन की ओर से सरकार की योजना का जितना प्रचार-प्रसार होना चाहिए था, नहीं हो पाया है. कार्यकर्ताओं को इसमें लगाना चाहिए. इस सरकार में बहुत से बेहतर काम हुए हैं. हम 64 लाख परिवार को धोती-साड़ी, लूंगी दे रहे हैं. मुफ्त अनाज बांट रहे हैं. इसी तरह सरकार के दूसरे विभाग भी काम कर रहे हैं. संगठन का काम है कि वह इसका प्रचार-प्रसार कर लोगों तक पहुंचाये. अभी संगठन में प्रोग्राम आता है. बैठक हो जाती है. इससे काम नहीं चलेगा, जमीन पर उतर कर काम करने की जरूरत है.

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बोर्ड-निगम पहले बंट जाने चाहिए थे

मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि सरकार बनती है, तो कार्यकर्ता-नेता की उम्मीद जगती है. बोर्ड-निगम का बंटवारा पहले हो जाना चाहिए था. इसमें कार्यकर्ताओं को मौका मिले. अभी पार्टी ने कार्यकर्ताओं को जगह दी है. इसी तरह तपे-तपाये नेताओं को मौका मिलना चाहिए. बोर्ड-निगम में जिनको मौका मिला है, लंबे समय से पार्टी के लिए काम किया है.

राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रभारी से मुलाकात कर कई मुद्दों पर चर्चा की

उन्होंने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और प्रभारी अविनाश पांडेय से आने वाले चुनाव को लेकर कई मुद्दों पर बात की है. आने वाले समय में पार्टी की रणनीति से लेकर संगठन पर बात हुई है. बातचीत का सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है. यह पार्टी का आंतरिक मामला है.

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