घाटशिला (पूर्वी सिंहभूम), अजय पांडेय : घाटशिला कॉलेज कोल्हान के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित उच्च शिक्षण संस्थानों में से एक है. इसकी स्थापना 12 अगस्त, 1961 में हुई थी. यह कोल्हान यूनिवर्सिटी का अंगीभूत कॉलेज है. इस कॉलेज से पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा के अलावा कई प्रोफेसर, चिकित्सक, प्रशासनिक पदाधिकारी, साहित्य जगत से जुड़े लोगों ने शिक्षा ग्रहण की है. फिलहाल, घाटशिला कॉलेज में 17 हजार विद्यार्थी अध्ययनरत हैं.
वर्ष 2015 से व्यावसायिक कोर्स की पढ़ाई बंद
यहां पारंपरिक कोर्सों के साथ-साथ व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की पढ़ाई भी होती थी, लेकिन विद्यार्थियों के नामांकन नहीं लेने तथा कोर्स के उचित प्रसार-प्रचार के अभाव में वर्ष 2015 से व्यावसायिक कोर्स की पढ़ाई बंद है. वर्ष 2015 के पूर्व तक यहां वोकेशनल काेर्स की पढ़ाई होती थी. विभिन्न वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई के लिए यहां निजी संस्थानों की तुलना में कम शुल्क लिये जाते थे. यहां आदिवासी विद्यार्थियों के छात्रावास की भी व्यवस्था है. हालांकि, आदिवासी और सामान्य वर्ग की छात्राओं के लिए छात्रावास की व्यवस्था नहीं है. एनसीसी के साथ-साथ यहां एनएसएस भी एक्टिव है. कॉलेज के पास फुलडुंगरी में आदिवासी कल्याण छात्रावास के पास खेल का मैदान है.
मॉडल कॉलेज बनाने की तैयारी
कॉलेज को वर्ष 2017 में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद की ओर से ए-ग्रेड प्राप्त है. यहां नये सिरे से नैक के मूल्यांकन के लिए एसएसआर रिपोर्ट भेजने की तैयारी चल रही है. नये ग्रेडिंग के लिए नैक की टीम आने वाली है. इस कॉलेज को मॉडल कॉलेज बनाने की तैयारी है. कॉलेज में नये भवन, प्रशासनिक भवन, विज्ञान भवन समेत अन्य भवनों के लिए निर्माण का प्रपोजल विश्वविद्यालय के एचआरडी को सौंपा गया है. इंटरमीडिएट के बाद उच्च शिक्षा के लिए इस काॅलेज में बेहतर विकल्प उपलब्ध है.
आने वाले समय में होंगे कई बदलाव
घाटशिला कॉलेज में इस साल से नयी शिक्षा नीति के आधार पर सत्र का संचालन होगा. कॉलेज के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ आरके चौधरी के मुताबिक इस साल जो भी विद्यार्थी अंडर ग्रेजुएट (यूजी) कोर्स यानी ग्रेजुएशन में नामांकन लेंगे, उनके कोर्स की अवधि चार साल की होगी. इसमें बीए, बीएससी, बीकॉम कोर्स शामिल है. यूजी सामान्य और स्नातक में दाखिला सीयूइटी के माध्यम से होगा.
विश्वविद्यालय की नियमावली के तहत लिए जायेंगे दाखिले
कॉलेज के नामांकन प्रभारी डॉ सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि जैक की परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के साथ ही कॉलेज प्रबंधन ने नामांकन की तैयारी शुरू कर दी है. उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक ही कोल्हान यूनिवर्सिटी द्वारा तय गाइडलाइन के आधार पर ही प्रवेश प्रक्रिया का संचालन होगा. पिछले वर्ष यूजी में 2200 विद्यार्थियों ने नामांकन लिया था. पीजी में लगभग 600 विद्यार्थियों ने नामांकन लिया है. इस वर्ष भी यूजी और पीजी में नामांकन की तैयारियां की जा रही हैं.
इन विषयों की होती है पढ़ाई
– स्नातक में अंग्रेजी, हिंदी, बांग्ला, मानव विज्ञान, मनोविज्ञान, तर्क शास्त्र, बॉटनी, जूलोजी, गणित, इतिहास, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, इतिहास और संथाली विषय और बीकॉम की होती है पढ़ाई
– पीजी में अंग्रेजी, हिंदी, बंगला, कॉमर्स, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र और संथाली विषय में होती है पढ़ाई
– अनुभवी शिक्षकों की बदौलत इंटर, यूजी और पीजी में विद्यार्थियों को मिलती है शिक्षा
– यूजी कॉमर्स में विभिन्न विषयों में भी हो सकता है नामांकन
– पीजी कला में हिंदी, अंग्रेजी, इतिहास, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, संथाली विषय में लिया जा सकता है नामांकन
– घाटशिला कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओंं के लिए टाटा स्टील ने कराया शौचालय का निर्माण
– पीजी के विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई के लिए बना है नया भवन
– भवनों के निर्माण की दिशा में पहल जारी
– दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए लगाया गया नौ डिजिटल बोर्ड
– लैंग्वेज सीखने के लिए बना है कोल्हान का प्रथम लैंग्वेज लैब
झारखंड ओपेन यूनिवर्सिटी का केंद्र खोलने की दिशा में पहल : डॉ आरके चौधरी
इस संबंध में घाटशिला कॉलेज के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ आरके चौधरी ने कहा कि इस कॉलेज का गौरवमयी इतिहास रहा है. इस संस्थान के विकास के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं. सीयूईटी के साथ ही अन्य झारखंड ओपेन यूनिवर्सिटी का केंद्र खोलने की दिशा में पहल की जा चुकी है. कॉलेज से संबंधित विस्तृत सूचना वेबसाइट और कॉलेज के नोटिस बोर्ड पर जारी की जाती है. आने वाले दिनों में विद्यार्थियों को अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेगी.