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Mission Bengal: कोलकाता पहुंचे ओवैसी ने तृणमूल से पूछा, जब गुजरात जल रहा था, ममता बनर्जी कहां थीं?

West Bengal Election 2021: मिशन बंगाल (Mission Bengal) पर हुगली पहुंचे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के सबसे बड़े नेता असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पर जबर्दस्त हमला किया. उन्होंने पूछा कि तृणमूल कांग्रेस (All India Trinamool Congress) को अगर मुस्लिमों की इतनी ही चिंता है, तो जब गुजरात (Gujarat) जल रहा था, तब ममता बनर्जी कहां थीं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2021 7:13 PM

West Bengal Election 2021: कोलकाता (आनंद सिंह) : मिशन बंगाल पर हुगली पहुंचे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के सबसे बड़े नेता असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पर जबर्दस्त हमला किया. उन्होंने पूछा कि तृणमूल कांग्रेस को अगर मुस्लिमों की इतनी ही चिंता है, तो जब गुजरात जल रहा था, तब ममता बनर्जी कहां थीं.

ओवैसी ने रविवार को फरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी से मुलाकात करने के बाद कहा कि उनकी पार्टी बंगाल में चुनाव लड़ेगी. कितनी सीटों पर पार्टी लड़ेगी, इसके बारे में अब्बास सिद्दीकी फैसला लेंगे. उन्होंने कहा कि बंगाल में अब्बास सिद्दीकी के नेतृत्व में ही उनकी पार्टी चुनाव लड़ेगी. जहां भी एमआइएम का संगठन है, वहां भी श्री सिद्दीकी के दिशा-निर्देश में ही पार्टी काम करेगी.

ओवैसी ने कहा कि अब्बास सिद्दीकी जो भी फैसला लेंगे, उसका वह समर्थन करेंगे. भाजपा की ‘बी’ टीम होने के तृणमूल के आरोपों पर उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी खुद भाजपा को नहीं रोक पा रही हैं. इतने लोग तृणमूल छोड़कर भाजपा में जा रहे हैं, उन्हें वह क्यों नहीं रोक पा रही हैं?

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एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि भाजपा को तृणमूल ही मजबूती प्रदान कर रही है. पिछले लोकसभा चुनाव में बंगाल में एमआईएम ने उम्मीदवार नहीं उतारे थे, इसके बावजूद भाजपा को कैसे 18 सीटें मिल गयीं?

सांप्रदायिक शक्तियों का समर्थन नहीं करेगा फुरफुरा शरीफ

फुरफुरा शरीफ के एक अन्य पीरजादा व तृणमूल के करीबी तोहा सिद्दीकी का कहना था कि किसी भी सांप्रदायिक शक्ति का फुरफुरा शरीफ या बंगाल के लोग समर्थन नहीं करेंगे. फुरफुरा शरीफ के पीरजादा धर्मगुरु हैं. शांति व सौहार्द का संदेश देते हैं.

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उल्लेखनीय है कि रविवार सुबह ही दमदम हवाई अड्डे पर ओवैसी उतरे. वहां से वह फुरफुरा शरीफ चले गये. फुरफुरा शरीफ में पीरजादा अब्बास सिद्दीकी, पीरजादा नौशाद सिद्दीकी, पीरजादा बइजीद आमीन व साबिर गफ्फार सहित अल्पसंख्यक नेतृत्व के साथ बैठक की. ओवैसी ने फुरफुरा शरीफ घूमकर देखा. स्थानीय लोगों के साथ भी उन्होंने बातचीत की.


ओवैसी की अब्बास सिद्दीकी के साथ बैठक नयी बात : सौगत

तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने कहा कि ओवैसी ने पहले ही कहा था कि वह बंगाल आयेंगे, लेकिन अब्बास सिद्दीकी के साथ उनकी बैठक नयी बात है. ओवैसी समझ रहे हैं कि बंगाल में उनका प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि बंगाल में उर्दूभाषी मुस्लिमों की संख्या कम है. इसलिए वह फुरफुरा जाकर अब्बास सिद्दीकी से मिले. लेकिन, एमआईएम बंगाल में कोई प्रभाव नहीं डाल पायेगी.

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एआईएमआईएम बदल सकता है बंगाल का समीकरण

एआईएमआईएम ने बंगाल चुनाव में अपने उम्मीदवार खड़े कर दिये, तो यहां के चुनावी समीकरण बदल सकते हैं. ओवैसी अपनी पार्टी का विस्तार करना चाहते हैं और इसके लिए वह पश्चिम बंगाल में अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने में जुटे हैं. राज्य में लगभग 30 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है. इनमें से कम से कम 24 फीसदी बांग्लाभाषी मुस्लिम हैं. पश्चिम बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए अप्रैल-मई में चुनाव होने की संभावना है.

Posted By : Mithilesh Jha

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