राउरकेला इस्पात संयंत्र में मॉक ड्रिल कर परखी दुर्घटना से निबटने की तैयारी, आपदा प्रबंधन में दिखी दक्षता
पूरे अभ्यास के सुरक्षित निष्पादन के लिए क्षेत्र की घेराबंदी करने में सीआइएसएफ की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. पूरी टीम को 3 भागों मुकाबला दल, बचाव दल और सहायक दल में बांटा गया था.
Rourkela Steel Plant: राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के कैप्टिव पावर प्लांट-1 में गैस रिसाव, आग और विस्फोट जैसे संभावित दुष्परिणामों से निबटने के लिए आवश्यक तैयारियों को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. वैधानिक आवश्यकता के तहत आरएसपी के घटनास्थल पर आपदा प्रबंधन प्रणाली और इससे जुड़े कर्मियों की दक्षता का आकलन करने के लिए यह अभ्यास किया गया. उप-निदेशक (फैक्ट्री एवं बॉयलर विभाग, ओडिशा सरकार) बिभु प्रसाद, सहायक निदेशक (फैक्ट्री एवं बॉयलर विभाग, ओडिशा सरकार) एमके मिश्र ने मॉक ड्रिल देखी और (Rourkela Steel Plant) राउरकेला स्टील प्लांट की आपातकालीन तैयारियों की सराहना की.
मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सेवाएं) देवव्रत दत्त, मुख्य महाप्रबंधक (ईएमडी) पीडी कन्नन, मुख्य महाप्रबंधक (विद्युत) सुनील करथा, महाप्रबंधक प्रभारी (सुरक्षा) आशा करथा, महाप्रबंधक (अग्निशमन सेवा), जेबी पटनायक, ईएमडी, परिवहन, सुरक्षा, अग्निशमन सेवाओं, ओएचएससी, सीआइएसएफ और सीपीपी-1 के कई अन्य वरिष्ठ भी इस अवसर पर उपस्थित थे. पूरी टीम को 3 भागों मुकाबला दल, बचाव दल और सहायक दल में बांटा गया था.
पूरे अभ्यास के सुरक्षित निष्पादन के लिए क्षेत्र की घेराबंदी करने में सीआइएसएफ की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. अभ्यास के अंत में उपनिदेशक एवं सहायक निदेशक, कारखाना एवं बॉयलर, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सेवाएं) एवं महाप्रबंधक प्रभारी (सुरक्षा) द्वारा घटनाक्रम की समीक्षा की गयी. वरिष्ठ अधिकारियों ने पूरी कवायद की सराहना की और कुछ क्षेत्रों में और अधिक सुधार का सुझाव दिया.
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मुख्य महाप्रबंधक (पावर) के मार्गदर्शन में सीपीपी-1 के महाप्रबंधक (ओएंडएम) एनसी परिडा द्वारा पूरे कार्यक्रम का आयोजन और समन्वय किया गया. सीपीपी-1 के साथ उपरोक्त विभागों के कर्मचारियों ने अभ्यास के सफल आयोजन में प्रमुख भूमिका निभायी.
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