धनबाद जिले के झरिया के दामोदर बनी किनारे स्थित मोहलबनी श्मशान घाट में बने विद्युत शवदाह गृह को नगर निगम ने बुधवार को टेकओवर कर लिया है. अब नगर निगम इसका संचालन करेगा. पिछले दो दिनों से टेस्टिंग चल रही थी. दो अज्ञात लाश का विद्युत शवदाह गृह में अंतिम संस्कार किया गया. विद्युत शवदाह गृह में अंतिम संस्कार के लिए सामान्य परिवार से 1500 रुपये, बीपीएल परिवार से 500 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है. जबकि अज्ञात शव का दाह संस्कार नि:शुल्क किया जायेगा. निगम अधिकारी के मुताबिक विद्युत शवदाह में अंतिम संस्कार में लगभग डेढ़ घंटे का समय लग रहा है. एचटी लाइन के अलावा जेनेरेटर भी रखा गया है. मोहलबनी श्मशान घाट में नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत विद्युत के साथ गैस का शवदाह गृह बनाने की योजना थी. लगभग दो करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी थी. कुछ तकनीकी कारणों से गैस का शवदाह गृह की योजना को रद्द कर दी गयी. लगभग 1.56 करोड़ की लागत से विद्युत शवदाह गृह का निर्माण किया गया है.
मोहलबनी में वर्षों पहले विद्युत शवदाह गृह बना था. मेंटेनेंस के अभाव में धीरे-धीरे शवदाह गृह खराब हो गया. भवन भी जर्जर हो गये थे. मोहलबनी श्मशान घाट में विद्युत शवदाह गृह के चालू होने से झरिया, धनबाद के लोगों को राहत मिलेगी.
विद्युत शवदाह गृह दाह संस्कार करने से समय के साथ-साथ पैसे की भी बचत होगी. पारंपरिक तरीके से शव के दाह संस्कार में पांच हजार की लकड़ी, भाड़ा व अन्य खर्च मिलाकर कुल 10 हजार रुपया खर्च हो जाता है. विद्युत शवदाह गृह में बहुत ही नॉमिनल चार्ज पर अंतिम संस्कार होगा. इससे प्रदूषण भी कम होगा.
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