हजारीबाग में तेज रफ्तार के कारण होती अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं, रोड सेफ्टी की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
jharkhand news: सड़क दुर्घटना को लेकर सुप्रीम कोर्ट कमेटी ऑन रोड सेफ्टी की रिपोर्ट जारी हुई है. इस रिपोर्ट के तहत हजारीबाग जिला में सबसे अधिक यानी 98 फीसदी सड़क दुर्घटना तेज रफ्तार ड्राइविंग के कारण हुई है. वहीं, 2 प्रतिशत शराब पीकर गाड़ी चलाने के कारण हुई है.
Jharkhand news: हजारीबाग जिले में अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं तेज रफ्तार ड्राइविंग के कारण हो रही है. इस बात का सुप्रीम कोर्ट कमेटी ऑन रोड सेफ्टी के एक विश्लेषण में खुलासा हुआ है. जुलाई से सितंबर, 2021 के दौरान तीन महीने जिले के अलग-अलग नेशनल हाइवे सहित अन्य क्षेत्रों में घटी सड़क दुर्घटनाएं पर विभिन्न थानों में दर्ज प्राथमिकी का विश्लेषण कर कमेटी की रोड सेफ्टी टीम ने रिपोर्ट जारी किया गया है. इसमें पाया गया है कि जिला में 52 प्रतिशत सड़क दुर्घटना ओपन एरिया में हुआ है. 22 प्रतिशत रिहायशी इलाका एवं 19 प्रतिशत भीड़भाड़ वाले इलाके (बाजार क्षेत्र) में हुई है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 98 प्रतिशत सड़क दुर्घटना तेज गति से ड्राइविंग करने के कारण हुआ है. वहीं, 2 प्रतिशत शराब पीकर गाड़ी चलाने में हुआ है.
39 प्रतिशत मोटरसाइकिल दुर्घटनाएं
जारी रिपोर्ट के अनुसार, तीन महीने में सबसे अधिक 39 प्रतिशत बाइक सड़क दुर्घटना रिकॉर्ड है. इसमें 52 प्रतिशत लोगों की ऑन-द-स्पॉट मौत हुई है. इस दौरान 33 प्रतिशत युवा मौत के शिकार हुए हैं. इसके तहत लारी से 10, ट्रक से 12, कार- पिकअप वैन से 28 एवं आॅटो से 4 प्रतिशत दुर्घटनाएं हुई है. इसमें मरने वाले 42 प्रतिशत लोग 60 वर्ष उम्र के रहे हैं. वहीं, 33 प्रतिशत 18 से 45 आयु के युवा मौत के शिकार हुएं हैं. इसमें सबसे अधिक 49 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं नेशनल हाइवे सड़क पर हुई है.
अभिभावकों को अपने बच्चों के प्रति रखनी होगी नजर
शहर के आसपास स्कूल आने-जाने एवं अन्य क्षेत्र में कम उम्र के युवा दो पहिया वाहन चलाते अधिक नजर आते हैं. इस कारण अभिभावकों को अपने बच्चों के प्रति नजर रखने की आवश्यकता है. युवा स्पीड पर कंट्रोल नहीं रखते. इस कारण दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं.
Also Read: Jharkhand news: हजारीबाग के नेशनल पार्क जंगल में लगी आग, वन विभाग की टीम आग बुझाने में जुटी
सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत लोगों को किया जा रहा जागरूक : मोटरयान निरीक्षक
इस संबंध जिला परिवहन कार्यालय के मोटरयान निरीक्षक (Motor Vehicle Inspector) रजनीकांत सिंह ने कहा कि सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है. परिवहन रूल के अनुसार समय-समय पर सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान से लेकर नियमित रूप से वाहन चेकिंग अभियान चलाकर लोगों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाई गई है. आम लोगों से अपील है कि वह निर्धारित स्पीड से वाहन चलाकर जान एवं माल को सुरक्षित रखें. सड़क सुरक्षा के मानकों का ध्यान में रखकर दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है.
विभाग ने उठाये कई कड़े कदम : सारिक इकबाल
वहीं, सड़क सुरक्षा विभाग विशलेषक सारिक इकबाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट कमेटी ऑन रोड सेफ्टी टीम द्वारा जारी रिपोर्ट के बाद सड़क दुर्घटना रोकने के लिए कई कड़े कदम विभाग की ओर से उठाया गया है. नियमित हेलमेट चेकिंग के अलावा चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट के प्रयोग पर जोर दिया गया है. संभावित दुर्घटनाएं क्षेत्र में दुर्घटनाओं के रोकने के हर उपाय पर काम किया जा रहा है.
रिपोर्ट : आरिफ, हजारीबाग.