हजारीबाग (दिलीप वर्मा) : हजारीबाग शहर के बड़कागांव रोड कुणाल नर्सिंग होम के सामने उमेश विश्वकर्मा के आवास में देर शाम आग लगने से 10 लाख से अधिक का सामान जलकर राख हो गया. आग लगने से घर में रखे मोटरसाइकिल के पार्ट्स और अन्य सामान पूरी तरह से जल गये हैं.
किसी व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ है. लोग आग लगने की अलग-अलग वजह बता रहे हैं. किसी का कहना है कि पटाखा छोड़ने की वजह से आग लगी है, तो किसी ने कहा कि शॉर्ट सर्किट से घर में आग लगी. जितनी मुंह उतनी बातें हो रही हैं. कोई ठोस कारण किसी को नहीं मालूम.
सोमवार रात करीब 8:00 बजे उमेश विश्वकर्मा के तीन तल्ला मकान में पहले तल्ले पर सबसे पहले आग लगी. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और यह दूसरे तल्ले तक पहुंच गया. अग्निशमन विभाग के दमकल वाहन पहुंच गये हैं और फायर फाइटर्स आग पर काबू पाने में जुटे हुए हैं.
Also Read: झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के फेफड़ा ट्रांसप्लांट में लगे 30 लाख रुपये, इलाज पर 80 लाख खर्च का अनुमानलगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद पहले तल्ले के आग पर काबू पा लिया गया, लेकन 15 मिनट बाद फिर से आग धधकने लगा. इस दौरान दूसरे तल्ले में भी आग की लपटें काफी तेजी से फैल गयीं. उमेश विश्वकर्मा मोटरसाइकिल मैकेनिक है और शहर के नवाबगंज में होंडा गैरेज का संचालन करता है.
उसने अपने घर में ही सभी मोटरसाइकिल के पार्ट्स और अन्य सामानों के गोदाम भी बना रखे हैं. आग लगने से काफी संख्या में घर में रखे मोटर पार्ट्स जल गये हैं. मोहल्ले के लोग भी परेशान हैं, क्योंकि जिस मकान में आग लगी है, वह घनी आबादी वाले इलाके में है.
कुणाल नर्सिंग होम के सामने दर्जनों घर एक-दूसरे से सटे हुए हैं. उमेश के घर में आग लगने से आसपास के लोग काफी भयभीत हैं. आग की लपट अन्य घरों तक नहीं फैल जाये, इसका डर सभी लोगों को सता रहा है. समाचार लिखे जाने तक दमकल वाहन आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे थे.
Also Read: बंगाल भाग रहे जामताड़ा के 6 कुख्यात साइबर अपराधियों ने दो जिलों के 5 थाना की पुलिस को घंटों किया परेशान, अपने ही ‘हथियार’ से हुए गिरफ्तारआग की लपटें इतनी तेज थीं कि दमकल के पानी का भी असर नहीं हो रहा था. अग्निशमन विभाग ने एक ही वाहन आग बुझाने के लिए भेजा था. इसलिए आग पर काबू करना मुश्किल हो रहा था. एक घंटे के प्रयास के बावजूद दमकल वाहन आग पर काबू नहीं पा सका.
Posted By : Mithilesh Jha